राज्य निर्वाचन आयोग, बिहार पंचायत आम निर्वाचन, 2021
बिहार पंचायत चुनाव में ओसीआर की सफलता
बिहार पंचायत चुनाव में मतगणना प्रक्रिया के दौरान ओ.सी.आर. तकनीक की नौवें चरण में अभूतपूर्व सफलता पर राज्य निर्वाचन आयुक्त, बिहार डॉ0 दीपक प्रसाद तथा निक्सी, नई दिल्ली के प्रबंध निदेशक श्री प्रशांत किशोर मित्तल द्वारा संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस किया गया, जिसमें उनके द्वारा ओ.सी’.आर. तकनीक से मतगणना प्रक्रिया को निष्पक्ष एवं पारदर्शी तथा मानवीय हस्तक्षेप से रहित होने के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर मीडिया को संबोधित करते हुए राज्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि पंचायत चुनाव में पहली बार ओ.सी.आर. तकनीक के माध्यम से सभी चार पदों का मतगणना परिणाम प्रदर्शित करने में आयोग को लगातार सफलता मिल रही है। नौंवे चरण में 35 जिलों में से छह जिलों क्रमशः मुंगेर, पूर्णियाँ, नालंदा, नवादा, कटिहार एवं अररिया में ओसीआर तकनीक शत प्रतिशत कारगर साबित हुई है। इसके साथ ही अन्य तेरह जिलों में 90 प्रतिशत से अधिक मतगणना परिणाम ओ.सी.आर. के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। नौंवे चरण में ईवीएम वाले 4 पदों की मतगणना में अब तक का सबसे सफल नतीजा सामने आया है। इसके अलवा दरभंगा एवं किशनगंज जिलों में कुछ असंतुष्ट प्रत्याशियों को ओ.सी.आर. तकनीकी से प्राप्त परिणाम को दिखाया गया। जिसके पश्चात उन्होंने लिखित रूप से संतुष्ट होने की पुष्टि की।
बता दें कि पंचायत आम निर्वाचन, 2021 में नवम चरण की ओसीआर तकनीक से वोटों की गिनती करने और परिणाम घोषित करने में आयोग को बड़ी कामयाबी मिली है। जिसे एक ऐतिहासिक सफलता के तौर पर देखा जाएगा। इसके अलावा पहली बार मतदाता के लिए ऑनलाईन /एप सुविधा उपलब्ध है। जिसके माद्यम से कोई भी मतदाता राज्य निर्वाचन आयोग के वेबसाईट www.sec.bihar.gov.in पर जाकर प्रत्येक चरण की मतगणना से संबंधित मतगणना परिणाम एवं निर्वाचक सूची में अपना नाम, मतदान केन्द्र का पता, मतदान का कार्यक्रम एवं अपने क्षेत्र के अभ्यर्थियों से संबंधित सभी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
पंचायत चुनाव में ग्यारह चरणों में होने वाले चुनाव में अब तक नौंवें चरण के लिए सफल मतदान संपन्न हो चुका है। चुनाव नतीजों के मद्देनजर देखा जाये तो आयोग के लक्ष्य के अनुरूप सफल संचालन की प्रक्रिया जारी है। आयोग द्वारा संचालित कंट्रोल रूम में सीसीटीवी से निगरानी और वेबकास्टिंग जैसी आधुनिक तकनीकी से प्रभावी नियंत्रण में सफलता मिल रही है। प्रत्येक चरण में भी एक बार फिर महिलाओं ने बढ़ चढ़ कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित किया है। पहली बार किसी चुनाव में लगभग सारी प्रक्रिया का डिजिटलाइजेशन किया गया है। जिसकी चर्चा अन्य राज्यों के निर्वाचन आयोग को प्रभावित कर रही है।