इंडिया सिटी लाइव (पटना)17 MARCH : राज्यपाल कोटे से विधान परिषद जाने वाले सदस्यों के नाम तय कर लिए गए हैं. विधान परिषद जाने वाले जिन चेहरों के नाम पर राज्यपाल की मुहर लगी है, उनमें सबसे ऊपर उपेंद्र कुशवाहा का नाम है. 14 मार्च को अपनी पार्टी रालोसपा समेत जनता दल यूनाइटेड की सदस्यता लेने वाले उपेंद्र कुशवाहा को एक बार फिर से नीतीश कुमार ने तवज्जो देते हुए विधान परिषद भेजने का फैसला लिया है. इससे पहले उनको पार्टी में शामिल होते ही संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में जगह दी गई थी.
उपेंद्र कुशवाहा के अलावा जिन अन्य चेहरों को विधान परिषद की सदस्यता दी जाएगी, उनमें बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी, जनक राम के अलावा राम वचन राय, जेडीयू के प्रवक्ता संजय कुमार सिंह, ललन कुमार सर्राफ, डॉ. राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, संजय सिंह, निवेदिता सिंह, देवेश कुमार, डॉक्टर प्रमोद कुमार, घनश्याम ठाकुर का नाम शामिल है.
उपेंद्र कुशवाहा ने जेडीयू में शामिल होने के बाद कहा था कि वो बिना किसी शर्त और स्वार्थ के अपने दल का विलय करने जेडीयू में आए हैं और उनको किसी भी पद की लालसा नहीं है लेकिन नीतीश कुमार ने उनको पार्टी ज्वाइन करने के तीन दिन बाद ही एक तरीके से रिटर्न गिफ्ट दे दिया है.
मालूम हो कि राज्यपाल कोटे की एमएलसी सीटों पर कला, विज्ञान, साहित्य और समाजसेवा के क्षेत्रों से आने वाले लोगों को मनोनीत किया जाता है. राज्यपाल द्वारा मनोनीत होने वाले एमएलसी सदस्यों के नामों की सिफारिश राज्य सरकार ही करती है. इसके बावजूद यह राज्यपाल पर निर्भर करता है कि वह सरकार की सिफारिश को मानें या उसे लौटा दें. लेकिन, राज्य सरकार की दोबारा भेजी गई सिफारिश को राज्यपाल की मंजूरी मिल जाती