अईसन दुल्हा न देखनी नगर में..
भोलेनाथ की अनोखी बारात…
देवों के साथ जानवर भी साथ…
शिवमय हुआ जिलामुख्यालय…
देर रात तक सड़कों पर घूमती रही बारात..
बक्सर से कपीन्द्र किशोर के साथ संदीप वर्मा की रिपोर्ट..
2/3/2022
जिलामुख्यालय में कोरोना की पाबंदियों के खत्म होने के साथ ही यहाँ की धार्मिक वातावरण का भी रंग बदलने लगा है…महाशिवरात्रि के अवसर पूरा बक्सर नगर भक्तिमय रहा ..शाम को निकली बारात ने देर रात तक नगर में भ्रमण किया..
हर तरफ हर-हर महादेव के जयघोष और जय भोलेनाथ का स्वर एक अलग ही ऊर्जा का संचार कर रहा था… वह़ी सुबह से ही जिले के शिव मंदिरों में अभिषेक तो दोपहर से रात तक दूल्हा बने शिव के बराती, बारात ले कर नगर के भ्रमण करते रहे..
ग्रंथो के अनुसार एक प्रसंग हैं कि महादेव के बारात में सुर, असुर, नर, किन्नर, पशु-पक्षी आदि हर वर्ग के लोग शामिल रहे थे..इस लिए शिव के इस बारात में अलग-अलग वेश-भूषा बनाये बाराती…एक अलग ही छटा बिखेर रहे थे…
माता काली, रावण, राम जी, लखन जी, कृष्ण जी, आदि देवी-देवताओं की झांकी के साथ भोले के भक्त आधुनिक गीत संगीत के साथ-साथ पारंम्परिक ढोल, ताशे और मंजीरों पर भी नाचते दिखे।
भोले की तरह उनके भक्त भी आज भोले बन जाते हैं। पूरा माहौल शिव का हो जाता हैं। शायद पुरे माहौल में उस स्थिति का अंश स्वतः ही आज के दिन आ जाता है। जब शिव हिमाचल नरेश के घर पहुँचते है तो वहां माता पार्वती की माता उन्हें देखते ही बेहोश हो जाती हैं। कि भाई यह कैसा दूल्हा है मशान की राख का श्रृंगार करता है। अब भला मैना क्या जाने शिव की सुंदरता को, शिव तो मन से सुन्दर…हैं।
बारात नगर के खलासी मुहल्ला, कोईरपुरवा,बाईपास रोड, होते हुए मेन रोड, जमुना चौक, यमुना चौक, पी0 पी0 रोड आदि हर इलाके को लांघते हुए गुजर रही थी…और बारात को देखने के लिए लोगों का हुजूम भी सड़कों पर उतर आयां था…लोग गलियों के अंदर से बाहर सड़क पर खड़े मिले। महिलाओं की अच्छी खासी भीड़ देखने को मिली। बच्चों का उत्साह तो देखते ही बनता था।
बारात में हाथी, घोड़े और ऊंट आदि दर्जनों के संख्या में शोभा बढ़ा रहे थे। लोग उनका स्वागत भी कुछ न कुछ खिला कर रहे थे। वहीँ कुछ स्थानीय लोग भी बारातियों की आवभगत में आँखे बिछाए मिलें।