विवेक की स्मृति में कार्यक्रम हुआ आयोजित -प्रतियोगी परीक्षा में उत्कृष्ट स्थान पाने वाले प्रतिभागी हुए सम्मानित

 

विवेक की स्मृति में कार्यक्रम हुआ आयोजित

-प्रतियोगी परीक्षा में उत्कृष्ट स्थान पाने वाले प्रतिभागी हुए सम्मानित
-अहल्या प्रोजेक्ट के तहत बालिकाओं ने आत्मरक्षार्थ के गुर का किया प्रदर्शन
रचनात्मकता और स्मृति संदर्भ पर आयोजित हुआ व्याख्यान।

बक्सर से कपीन्द्र किशोर की रिपोर्ट
14/4/2022
बक्सर के प्रखर पत्रकार विवेक की स्मृति सभा का आयोजन किया गया जिसमें विवेक और रचनात्मकता विषय पर संदर्भित व्याख्यान भी आयोजित हुआ।विवेक सिन्हा मेमोरियल ट्रस्ट के तत्वाधान में स्थानीय सिटी पैलेस में आयोजित कार्यक्रम के बतौर मुख्य अतिथि अपर जिला व सत्र न्यायाधीश धर्मेंद्र तिवारी ,विशिष्ट अतिथि विख्यात समाजसेवी मिथिलेश पाठक,रेडक्रॉस बक्सर के अध्यक्ष डॉ ए के सिंह,प्रखर साहित्यकार विष्णुदेव तिवारी,चुरामनपुर मुखिया धनजी पांडेय थे ,वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता बक्सर उच्च विद्यायल के प्राचार्य डॉ विजय मिश्रा ने की।कर्यक्रम का विधिवत उद्घाटन अथितियों व विवेक की बेटी विशालिनी विवेक ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया।विषय प्रवेश करते हुए शिक्षक विमल कुमार सिंह ने कहा कि इस स्मृति सभा के माध्यम से विवेक की स्मृतियों से हम सब ऊर्जान्वित होते हुए अपनी रचनात्मकता को नई धार देते है और समाज के हाशिये पर खड़े लोगों को मुख्य धारा में लाकर एक समावेशी समाज के निर्माण के लिए इक़बाल बुलंद करते हैं।मुख्य अतिथि न्यायधीश श्री तिवारी ने कहा कि विवेक एक बेहतर और संवेदनशील इंसान थे तभी समाज के रचनात्मकता में वे पत्रकार व शिक्षक दोनों की भूमिका में एक आदर्श कीर्तिमान स्थापित किये और कम ही आयु में एक मानदंड निर्धारित कर दिए।ट्रस्ट की संचालिका दीपशिखा ने कहा कि विवेक से प्रेरित होकर उनकी स्मृति में ट्रस्ट के द्वारा निर्धन मेधावी छात्रों के लिए सेल्फ स्टडी ग्रुप चलाया जाता है वहीं समय-समय पर रक्तदान,वृक्षारोपण जैसे कार्यक्रम चलाए जाते हैं।वहीं माता अहल्या के नाम से संचालित प्रोजेक्ट के माध्यम से विद्यालय के बच्चियों को जुडे कराटे के रूप में आत्मरक्षा के गुर भी सिखाये जा रहे हैं।मध्य विद्यालय चुरामनपुर की बच्चियां अपने इंस्ट्रक्टर सुनंद और अनुराधा के नेतृत्व में जुडे कराटे का प्रदर्शन भी की।समाजसेवी मिथिलेश पाठक ने कहा कि विवेक खबर के पैमाने के साथ समझौता न किये वरन अपनी जिंदगी के साथ समझौता कर लिए,ऐसे ही कलमकारों की आवश्यकता आज समाज को है,विवेक की स्मृति में चलाए जा रहे रचनात्मक कार्यों का सहयोग में हर स्तर से करूंगा।वहीं रेडक्रास के अध्यक्ष डॉ के ए के सिंह ने कहा कि रचनाधर्मिता की रक्षा करते हुए ,कर्तव्य व उसूलों के साथ समझौता किये बगैर हुए विवेक बलिदान हो गया उसके इस बलिदान पर हम सबको गर्व है।साहित्यकार विष्णुदेव तिवारी ने कहा कि विवेक इसलिए आज स्मृतियों में अपनी जगह बनाये बैठा है क्योंकि वह छोटे लोगों के हक़ और हुक़ूक़ के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ और सर्वस्व कुर्बान किया।अध्यक्षीय प्रबोधन करते हुए डॉ विजय मिश्रा ने कहा जो लौ विवेक ने जलाई थी वह दस वर्षों में और तीव्रता से अपनी प्रकाश को चहुँओर बिखेर रहा है यही उसकी महानता को सिद्ध करने के लिए काफी है। कर्यक्रम का संचालन विमल कुमार सिंह और धन्यवाद ज्ञापन धर्मेंद्र ने किया।सभा को संबोधित करने वालों में विधिक सेवा प्राधिकार की सदस्य आनंद रंजना,अधिवक्ता विनय कुमार सिन्हा,युवा नेता रामजी सिंह,पत्रकार शुभनारायण पाठक,प्रमोद चौबे,शिक्षक कवि पूर्णानंद मिश्रा,नवनीत सिन्हा,उपेंद्र पाठक,अजय मिश्रा नावानगर ब्लॉक् प्रमुख अंकित यदुवंशी,चौसा ब्लाक के उप प्रमुख मोहित दुबे ने संबोधित किया।कार्यक्रम मुख्य रूप से पत्रकार अविनाश उपाध्याय,कपिंद्र किशोर,आलोक,ट्रस्ट के सुलभ सिन्हा,विवेक की पत्नी नीतू ,राकेश,गिरीश पांडेय,अशोक सिंह, दुबे,धीरज,धर्मेंद्र,आशिष,सतेंद्र,सोमवीर,पूजा निधि ,पल्लवी,समेत अनेक लोग मौजूद थे..।

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