इंडिया सिटी लाइव 14 जनवरी : दिल्ली के रोहिणी से धनिष्ठा नाम के एक 20 महीने की बच्ची ने अपने उम्र से भी अधिक महान कार्य किया है।घनिष्ठा ने अपनी जान गवा कर भी कईयों को नया जीवन दिया। धनिष्ठा ने पांच मरीजों को नया जीवन दिया है इसके साथ ही धनिष्ठा कई अंगों का दान करने वाली सबसे कम उम्र की दाता बन गई है। सर गंगा राम अस्पताल में उनके दिल, लीवर, किडनी और कॉर्निया को फिर से प्राप्त किया गया और उनका इस्तेमाल पांच मरीजों के लिए किया गया।
धनिष्ठा 8 जनवरी की शाम खेलते समय अपने घर की पहली मंजिल की बालकनी से गिर गई थी और बेहोश हो गई थी। उसे सर गंगा राम अस्पताल ले जाया गया, जहां काफी प्रयासों के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका। 11 जनवरी को बच्चे को ब्रेन डेड घोषित किया गया था। अन्य सभी अंग उत्कृष्ट स्थिति में काम कर रहे थे।
अपूरणीय क्षति के बावजूद, धनिष्ठा के माता-पिता आशीष कुमार और बबीता ने अपने बच्चे के अंगों को दान करने का फैसला किया।