जहानाबाद की बदली पहचान-लाइट, कैमरा, एक्शन के साथ हो रही फिल्म की शूटिंग

इंडिया सिटी लाइव 2 फरवरी : जहानाबाद जिले की पहचान कभी नक्सलियों के गढ़ के रूप में होती थी लेकिन नक्सली घटनाओं के लिए कुख्यात जहानाबाद में बदलते वक्त के साथ अब सामाजिक बदलाव भी साफ दिखने लगा है. कभी जातीय संघर्ष और नक्सली घटना की लिए कुख्यात रहे जहानाबाद की फ़िज़ा जहां दिनदहाड़े गोलियों की तड़तड़ाहट लोगों में भय पैदा कर देती थी, अब ऐसी जगहों पर रुपहले पर्दे के कलाकार और फ़िल्म यूनिट पहुंच कर लोगों को विकास का नया संदेश दे रहे हैं. अब यहां के ग्रामीण क्षेत्रों में लाइट, कैमरा और एक्शन की आवाज के साथ बड़े बजट की फिल्मों की शूटिंग भी शुरू हो गई है.

मुंबई से जहानाबाद के ग्रामीण क्षेत्र में पहुंचे कलाकार भी यहां निर्भीक होकर देश दुनिया में राज्य की बदलती स्थिति को रुपहले पर्दे पर दिखाने को बेताब है. जहानाबाद सदर प्रखंड के पंडुई गांव समेत आसपास के अन्य गांव के लोगों की भीड़ फिल्मों की शूटिंग और मुंबई से आए कलाकारों को देखने के लिए उमड़ पड़ी है जो कि ग्रामीण क्षेत्रों में विशेषकर जहानाबाद में कम ही देखने को मिलता है. कई ब्लॉकबस्टर फिल्मों में काम कर चुकी और इस फ़िल्म में मुख्य किरदार निभाने वाली अस्मिता शर्मा भी जहानाबाद की बेटी हैं जिन्होंने कई फिल्मों में अपने बेहतर अदाकारी से काफी मशहूर हुई है.

प्रभात शर्मा के निर्देशन में बनने वाली यह फ़िल्म लोटस ब्लूम बिहार के प्रसिद्ध मिथिला पेंटिंग और पर्यावरण जागरूकता को लेकर बनाई जा रही है. इस फिल्म मे सरफरोश, लगान, और गंगाजल, जैसी ब्लॉकबस्टर मूवी में काम करने वाले अखिलेन्द्र मिश्रा भी शामिल हैं. फिल्म में मुख्य किरदार निभाने वाली अस्मिता ने बताया कि सामाजिक और पर्यावरण जागरूकता को लेकर बनाई जा रही है लोटस ब्लूम नामक यह फिल्म पूरी तरह सामाजिक और ग्रामीण परिवेश में बनाई जा रही है. इससे पूर्व भी उन्होंने इस गांव में महिला शौच पर एक फिल्म का निर्माण किया था जो काफी हिट रही थी.

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