मुजफ्फरपुर में अतिक्रमण खाली कराने पहुंची प्रशासन की टीम को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा है। अतिक्रमणकारियों ने प्रशासन की टीम पर हमला बोल दिया और सीओ समेत अन्य कर्मियों के साथ मारपीट शुरू कर दी। प्रशासन की टीम मुसहरी थाना क्षेत्र के आथर बंशमन के रमई नगर पहुंची थी।
बोचहां सीओ विश्वजीत सिंह के नेतृत्व में प्रशासन की टीम भूमि से अतिक्रमण हटाने के लिए रमई नगर पहुंची थी। प्रशासन की टीम को देखते ही अतिक्रममकारियों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा कर रहे लोगों ने हटाए गए मलबे में आग लगा दी। और सीओ समेत अन्य कर्मियों के साथ धक्का-मुक्की करने लगे। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने कर्मियों को वहां से सुरक्षित निकाला।
हंगामें के कारण उक्त जमीन को अतिक्रमण मुक्त नहीं कराया जा सका। पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी उमेश चौधरी को गिरफ्तार किया है। पूनम देवी और उनके पति उमेश चौधरी को करीब एक दशक पहले बासगीत का पर्चा मिला था। सरकार की तरफ से उन्हें तीन डिसमिल भूमि आवंटित की गई थी लेकिन दूसरा पक्ष जिसका नाम भी उमेश चौधरी और उसकी पत्नी का नाम पूनम देवी है उन्होंने जमीन पर कब्जा कर रखा है।
एक नाम होने की वजह से आरोपियों ने उक्त जमीन पर झोपड़ी और दुकान बनाकर कब्जा कर रखा है. जमीन को खाली कराने के लिए एसडीओ पूर्वी के निर्देश से अंचलाधिकारी दो अंचल गार्ड और राजस्व कर्मचारी के साथ उक्त जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए पहुंचे थे, तभी अतिक्रमणकारियों ने हमला बोल दिया और प्रशासन की टीम के साथ धक्का मुक्की और मारपीट की।
मामले में बोचहां सीओ ने मुशहरी थाना में 10 नामजद और 20 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है जबकि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। वहीं स्थानीय जन प्रतिनिधियों का कहना है कि सीओ ने सबसे पहले किसी महिला पर हाथ चला दिया था, जिसके बाद लोग आक्रोशित हो गए थे।