इंडिया सिटी लाइव (पटना)14दिसम्बरः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 28 दिनों के बाद दूसरे कैबिनेट की बैठक बुलाई है।मंगलवार की शाम साढ़े चार बजे नीतीश कुमार कैबिनेट की बैठक बुलायी है। बताते चलें कि 16 नवंबर को नये मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण के बाद अगले दिन यानि 17 नवंबर को राज्य कैबिनेट की बैठक बुलायी गयी थी. नयी सरकार बनने के बाद विधान मंडल का सत्र बुलाना संवैधानिक बाध्यता है. 17 नवंबर को हुई औपचारिक बैठक के बाद नीतीश कैबिनेट की कोई बैठक ही नहीं हुई.
गौरतलब है कि कैबिनेट की बैठक में ही सरकारी फैसले लिये जाते हैं. पिछले 28 दिनों से कैबिनेट की बैठक नहीं होने से सरकार कोई बडा फैसला नहीं ले पायी थी. बिहार में हर सप्ताह कैबिनेट की बैठक करने की परंपरा रही है. राजनतिक गलियारे में चर्चा है कि कैबिनेट की बैठक नहीं होने से सरकार के भीतर खींचतान चरम पर है। चर्चा जोरो पर है कि जेडीयू और बीजेपी के बीच घमासान शुरू हो गया है और सरकार पर इसका असर दिखने लगा है. नीतीश कुमार बीजेपी के नये मंत्रियों के साथ खुद को सहज महसूस नहीं कर रहे थे. लिहाजा कैबिनेट की बैठक टाली जा रही थी.
बीजेपी पार्टी सूत्रों की मानें तो चुनाव में बीजेपी को जेडीयू की तुलना में काफी ज्यादा सीटें मिली हैं. बीजेपी ने मुख्यमंत्री का पद जेडीयू को दे दिया लेकिन उसे अपने विधायकों की संख्या के अनुपात में मंत्री पद और विभाग चाहिये. नीतीश कुमार ने विभागों के बंटवारे के वक्त पिछली सरकार में अपने कोटे के लगभग सारे विभागों को अपने ही पास रख लिया है. कहा जा रहा है कि बीजेपी इससे संतुष्ट नहीं है.