नीतीश कैबिनेट से विशेष राज्य के दर्जा का प्रस्ताव पास होने के बाद इसको लेकर सियासत तेज हो गई है। विपक्षी दलों ने सरकार के इस फैसले को लेकर हमला शुरू कर दिया है। पिछले कुछ दिनों से नीतीश कुमार पर हमलावर बने पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने विशेष राज्य के मुद्दे को लेकर तंज किया है। मांझी ने कहा है कि पत्थर पर सिर पटकने से कोई लाभ नहीं मिलने वाला है।
जीतन राम मांझी बुधवार को एक दिवसीय दौरे पर मोतिहारी पहुंचे थे, जहां नीतीश कैबिनेट से विशेष राज्य का प्रस्ताव पास होने के बाद मांझी ने सीएम नीतीश और बिहार सरकार पर हमला बोला। मांझी ने कहा कि विशेष राज्य के दर्जा के बारे में जब नीति आयोग ने पहले ही घोषणा कर दिया है कि अब किसी राज्य को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलेगा तो ऐसी परिस्थिति में पत्थर पर माथा ठोकने से क्या फायदा है।
उन्होंने आरोप लगाया है कि सभी योजनाओं में स्टीमेट घोटाला हुआ है, सभी योजनाओं में घोटाला किया जा रहा है। एक किलोमीटर सड़क बनाने में ढाई करोड़ रुपए की लागत आती है लेकिन बिहार सरकार के इंजीनियर उसे सात करोड़ में बना रहे हैं।
पटना हाई कोर्ट ने भी कहा था कि नए म्यूजियम की कोई जरुरत नहीं है। सवा दो सौ करोड़ का बजट था, लेकिन आज पैंतीस सौ करोड़ खर्च हो चुका है। नया म्यूजियम से पुराना म्यूजियम तक 250 करोड़ रुपये का अंडर पास बनाने की कोई जरुरत नहीं थी लेकिन नीतीश कुमार जनता का पैसा बर्बाद कर रहे हैं। यहां के ठेकेदारों को मालामाल करने के इनका उद्देश्य रहा है। यही वजह है कि कंस्ट्रक्शन में इनका ज्यादा ध्यान रहता है।