बिहार की राजनीति में फिर एकबार ‘चूहा’ विवाद की वजह बन गया है। एक तरफ जहां लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने एक इंटरव्यू के दौरान केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के बेटे मंत्री संतोष सुमन के सरकारी आवास से चूहा निकलने की बात कही तो वहीं अब जीतनराम मांझी ने भी इशारों ही इशारों में इस टिप्पणी पर बड़ा पलटवार किया है। उनके एक ट्वीट को इसी प्रकरण से जोड़कर देखा जा रहा है। लोगों का कहना है कि उन्होंने बिना तेजप्रताप का नाम लिए उनपर निशाना साधा है।
जीतनराम मांझी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट करते हुए लिखा कि ‘हम मुसहर परिवार के लोग हैं,और हम गर्व से कहतें हैं कि हम चूहा पकड़ते भी हैं और उसे खाते भी हैं। इसलिए हमारे झोपड़ियों और घरों में तो छोड़ ही दिजिए हमारे आस-पास भी चूहा नहीं भटकता। आगे जीतनराम मांझी ने जो लिखा उसपर खासकर अधिक प्रतिक्रिया आ रही है। जीतन राम मांझी ने लिखा कि ‘वैसे अब लालू जी ने तो चूहा खाना छोड़ दिया है यदि उनके यहाँ कोई ‘चूहा’ ज़्यादा उछल रहा है तो हमारे यहाँ भेज दें हम ‘दो मिनट’में उसे देख लेंगें।
जीतन राम मांझी के ट्वीट में ‘दो मिनट’ के जिक्र को लोग तेज प्रताप यादव से जोड़कर देख रहे हैं। अलग-अलग प्रतिक्रियाएं भी आ रही है। तेजप्रताप यादव ने हाल में एक इंटरव्यू में मंत्री संतोष सुमन को लेकर व्यंग किया था। उन्होंने इंटरव्यू में कहा कि उनके सरकारी आवास के बगल में संतोष सुमन का आवास है।
हमने अपने कैंपस में अच्छे से सब्जी-फल सबका पेड़ लगवाएं है पर उनके आवास में बहुत चूहा है और आकर यहां खा लेता है। उनके आवास में चूहा बहुत है वो पकड़वाते ही नहीं हैं। तेजप्रताप यादव ने यह भी कहा कि इसे जाति से जोड़कर नहीं देखें। मूषक हर जगह रहना ही चाहिए ये गणेश जी के सवारी हैं। लेकिन इस बयान से एक नया विवाद जरूर छेड़ दिया है।