इंडिया सिटी लाइव ( पटना ) 15 दिसम्बर: बिहार में मंगलवार को हुए कैबिनेट मीटिंग के खत्म होते ही कयासों का बाजार गर्म था। चर्चा थी कि नीतीश कुमार की कैबिनेट बैठक में मंत्री मंडल विस्तार पर जरूर च्चा हुई होगी. लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का फैसला कुछ और ही था। बताया जा रहा है कि फिलहाल नीतीश कुमार ने मंत्रीमंडल विस्तार को टाल दिया है।नीतीश कुमार ने मंत्रीमंडल के विस्तार को लेकर कहा कि बीजेपी के तरफ किसी भी तरह का प्रस्ताव नहीं आया है, साथ ही मंत्रिमंडल के विस्तार से जुड़े किसी भी तरह की बात नहीं हुई. इसी कारण से मंत्रिमंडल के विस्तार में अटकलें आ गयी है.आखिरकार नीतीश कुमार ने बीजेपी की तरफ से प्रस्ताव नहीं मिलने की बात कह कर मंत्रीमंडल विस्तार को टाल दिया।
बता दें कि नयी सरकार के गठन के बाद आज पूरे 28 दिन बाद नीतीश कुमार की बैठक में राज्य से जुड़े अहम फैसले लिए जायेंगे. साथ ही खबर यह भी थी कि कैबिनेट में पार्टियों में मंत्रिमंडल का विस्तार करने से जुड़े फैसले भी लिए जाने वाले थे. लेकिन नीतीश कुमार के बयान के बाद अब ऐसा नहीं होने वाला है.
कैबिनेट विस्तार में देरी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिस तरह बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया उसके बाद एनडीए में बयानबाजी तेज हो गई है. मुख्यमंत्री के बयान पर बीजेपी की तरफ से भी प्रतिक्रिया आई है. बीजेपी ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि मंत्रिमंडल का विस्तार मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार होता है.कहना नहीं होगा कि बीजेपी के साथ नीतीश कुमार सह नहीं है , और बीजेपी लगातार नीतीश कुमार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही है।
सियासी गलियारे में चर्चा जोरों पर है नीतीश कुमार ने जेडीयू कोटे से मंत्री बनने वालों की सूची तैयार कर ली ती लेकिन बीजेपी ने जानबूझ कर अपनी तरफ से कोई प्रस्ताव नहीं भेजा. चर्चा है कि बीजेपी कुछ मलाईदार विभागों के लिए मुख्यमंत्री पर दबाव बनाने की कोसश कर रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि कैबिनेट विस्तार को लेकर अब तक भारतीय जनता पार्टी से उनकी कोई बातचीत या चर्चा नहीं हुई है.
बताते चलें कि पिछले 14 नवंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुल 14 मंत्रियों के साथ शपथ ली थी. इसमें बीजेपी कोटे से 7, जेडीयू पांच और मांझी और मुकेश सहनी की पार्टी से एक एक चेहरे को जगह मिली थी बाद में जेडीयू के एक मंत्री मेवालाल चौधरी ने इस्तीफा दे दिया और अब नीतीश कुमार के अलावे कैबिनेट में केवल 13 मंत्री ही बचे हैं माना जा रहा था कि विधानसभा सत्र खत्म होने के बाद नवंबर के आखिर में ही कैबिनेट का विस्तार हो जाएगा, लेकिन बीजेपी ने इस मामले में दिलचस्पी नहीं दिखाई है.