बिहार विधानसभा शीतकालीन सत्र का आज आखिरी दिन है और आज सदन शुरू होने से पहले ही भाजपा के विधायक विधानसभा अध्यक्ष के चेंबर के बाहर धरना प्रदर्शन पर बैठ गए। यह लोग पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को लेकर सीएम नीतीश कुमार से माफी की मांग कर रहे हैं।
दरअसल, बिहार विधानसभा शीतकालीन सत्र के चौथे दिन भोजनावकाश के बाद आरक्षण बिल को लेकर सदन में चर्चा हो रही थी। उसी दौरान सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अपनी बातों को रखना शुरू किया और कहा की राज्य सरकार के तरफ से जो जातीय गणना का आकड़ा पेश किया गया है उसमें बहुत गलती है और आरक्षण का भी वहीं हाल होगा हर किसी को इसका फायदा नहीं मिलेगा।
उसके बाद सदन में ही वर्तमान सीएम नीतीश कुमार बेहद आग – बबूला हो गए और फिर उन्होंने मांझी को तु- तराम करने लगे। ऐसे में सदन की कार्यवाही आज तक के लिए स्थगित कट दी गई और अब आज जब सदन शुरू हुआ तो विपक्षी विधायक सीएम से मांझी को लेकर माफ़ी की मांग करने लगे। विपक्षी दलों के नेता का कहना था कि मांझी नीतीश कुमार से पुराने नेता है लिहाजा सीएम को इस लहजे में बात नहीं करनी चाहिए और उन्हें माफ़ी मांगनी चाहिए।
इधर, इस हंगामा के बीच सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्ष के विधायक पोस्टर लेकर वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। उसके बाद विपक्ष के तरफ से भी बीजेपी के खिलाफ पोस्टर लेकर नारेबाजी शुरू कर दी गई। इसके बाद विधानसभा के अध्यक्ष ने मार्शल से दोनों पक्षों के पोस्टर छीनने का आदेश दिया। इसके बाबजूद भाजपा के विधायक लगातार सदन में हंगामा कर रहे हैं।