इंडिया सिटी लाइव ( पटना) मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड के दोषी रामनुज ठाकुर की तिहाड़ जेल में मौत हो गई है. शेल्टर होम कांड का मुख्य दोषी रामनुज ब्रजेश ठाकुर का मामा लगता था. रामानुज ही शेल्टर होम में रहने वाली लड़कियों के साथ बलात्कार करता था. बताया जा रहा है कि 70 साल रामनुज की स्वभाविक मौत हुई है। वह तिहाड़के जेल नंबर 3 में बंद था. रामनुज पर शेल्टर होम में रहने वाले लड़कियों के साथ रेप करने का आरोप था. जिसके बाद इसको सीबीआई की टीम ने गिरफ्तार किया था. फरवरी 2019 में रामनुज को तिहाड़ लाया गया था. साकेत कोर्ट ने सुनवाई के बाद आजीवन कारावास के साथ 60 हजार रुपये का जुर्माना लगाया था.
मई 2018 में टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस ने मुजफ्फरपुर शेल्टर होम को लेकर एक रिपोर्ट बिहार सरकार को सौंपी थी. उसमें बताया गया था कि शेल्टर होम में रहने वाले लड़कियों के साथ यौन शोषण हो रहा है. इसमें कुल 20 आरोपियों में से 19 को दोषी पाया था. इस शेल्टर होम को चलाने वाला ब्रजेश ठाकुर भी लड़कियों के साथ रेप करता था. यही यहां पर कई नेता और अधिकारी भी पहुंचते थे. इनलोगों को खुश करने के लिए ब्रजेश लड़कियों को भेजता था. नेता और अधिकारी लड़कियों के साथ रेप करते थे. शेल्टर होम चलाने के नाम पर ब्रजेश सरकार से मोटी रकम लेता था. इस केस को लेकर सुप्रीम कोर्ट कई बार बिहार सरकार और सीबीआई को फटकार लगाई थी. सुप्रीम कोर्ट ने मुजफ्फरपुर शेल्टर होम के बाद बिहार के 16 शेल्टर होम के मामलों को सीबीआई जांच का आदेश दिया था. इस केस की सुप्रीम कोर्ट मॉनिटरिंग भी कर रहा था. मुख्य आरोपी ब्रजेश भी फिलहाल तिहाड़ में बंद है.