PATNA 14.07.22 – रमई राम का निधन-पटना से इस वक्त की बड़ी खबर आ रही है. प्रदेश में पूर्व मंत्री रमई राम का निधन हो गया है. वह पिछले दो दिनों से पटना के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे. बिहार की राजनीति में रमई राम की अहमियत को इसी बात से समझा जा सकता है कि वह लालू प्रसाद यादव के साथ ही नीतीश कुमार की सरकार में भी मंत्री पद संभाल चुके थे. रमई राम बोचहा विधानसभा क्षेत्र से कई बार विधायक निर्वाचित हुए थे. उनका अपना अलग वोट बैंक था. पूर्व मंत्री रमई राम के निधन पर नेताओं और मंत्रियों ने शोक जताया है.
स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे पूर्व मंत्री रमई राम पिछले दो दिनों से पटना स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती थे. वह कुछ दिनों से खराब स्वास्थ्य की समस्या से जूझ रहे थे. रमई राम को बिहार के दिग्गज नेताओं में शुमार किया जाता था. वह जब तक सक्रिय राजनीति में रहे, पूरे प्रभाव के साथ राजनीति की. यही वजह है कि वह बोचहा विधानसभा क्षेत्र से कई बार विधायक चुने गए थे. उनकी राजनीतिक कुशलताप और प्रभाव को इसी से समझा जा सकता है कि वह लालू प्रसाद यादव के साथ ही नीतीश कैबिनेट में भी अहम विभाग संभाल चुके थे. पिछले कुछ महीनों से वह सक्रिय राजनीति में उतने सक्रिय नहीं थे.
रमई राम का निधन- पर शोक
बिहार के दिग्गज नेता रहे रमई राम के निधन पर बिहार के राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर है. विधानसभा अध्यख विजय कुमार सिन्हा ने रमई राम के निधन पर शोक जताया है. वहीं, बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने भी प्रदेश के पूर्व मंत्री के निधन पर शोक-संवेदना व्यक्त की है. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुंगेर से sansad राजीव रंजन उफ ललन सिंह ने भी रमई राम के निधन पर शोक जताया है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘बिहार सरकार के पूर्व मंत्री रमई राम के निधन की दुःखद खबर मिली है. उनका संपूर्ण जीवन दलित उत्थान के लिए समर्पित रहा. उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है. भगवान दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोक-संतप्त परिजनों को संबल प्रदान करें.’
रमई राम का निधन-9 बार जीत का बनाया था रिकॉर्ड, 1990 से 2015 तक लालू और नीतीश दोनों सरकार में रह चुके थे मंत्री
9 बार जीत का बनाया था रिकॉर्ड-रमई राम ने अपने राजनीतिक करियर में कई रिकॉर्ड अपने नाम किए थे. मुजफ्फरपुर की बोचहां सीट से लगातार 9 बार चुनाव जीतने वाले रमई राम बिहार सरकार में महत्वपूर्ण मंत्रालयों को संभाल चुके थे. उनका अपना अलग वोट बैंक था.
सबसे खास बात यह रही कि रमई राम लालू और नीतीश दोनों की सरकार के दौरान मंत्री रह चुके थे. रमई राम ने बोचहां सीट से तीन बार आरजेडी के टिकट, एक बार जदयू के टिकट, दो बार जनता दल के टिकट और इसके अलावा तीन अन्य दलों के प्रत्याशी के रूप में विधायकी का चुनाव जीता था. वह 5 बार बिहार में मंत्री भी रहे हैं. बता दें, 1990 से 2015 तक सरकार किसी की भी रही हो लेकिन रमई राम को मंत्री पद जरूर मिला. लेकिन, 2015 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी बेबी कुमारी के हाथों रमई राम को हार का सामना करना पड़ा था.