इंडिया सिटी लाइव(पटना) 12 दिसम्बर : बिहार में अवैध शराब के धंधे और शराब की अवैध बिक्री को लकर बिहार सरकार हलकान है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले तो यह मानने को तैयार नहीं ते कि बिहार में शराब का धंधा न केवल फल फूल रहा है बल्कि यह धंधा चरम पर है। अब बढ़ते अपराध को देखते हुए नीतीश भी शराब माफिया को लेकर सतर्क हुए हैं. पिछले 15 दिनों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य में विधि व्यवस्था को लेकर तीन बार उच्च स्तरीय बैठक कर चुके हैं। शनिवार को सीएम ने पुलिस अधिकारियों के सामने स्पष्ट तौर पर संदेश दिया कि शराबबंदी के बावजूद बिहार में ताकत बढ़ा चुके शराब माफिया को खत्म किया जाए.
मुख्यमंत्री ने पुलिस के आला अधिकारियों को आदेश दिया है कि शराब के काले कारोबार में लगे लोगों की पहचान की जाए और उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने शराबबंदी का सख्ती से पालन करने का भी निर्देश अधिकारियों को दिया है.
सीएम नीतीश कुमार ने राज्य के डीजीपी के साथ-साथ मुख्य सचिव और अन्य वरीय अधिकारियों के साथ संवाद में विधि व्यवस्था को लेकर शनिवार को भी एक हाई लेवल मीटिंग की. इस दौरान सीएम ने विधि व्यवस्था से संबंधित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक के बाद अधिकारियों को क्राइम कंट्रोल करने के लिए मजबूती से काम करने की बात कही.
सीएम ने कहा कि विधि व्यवस्था बनाए रखना राज्य सरकार की पहली जिम्मेवारी है. सीएम ने कहा कि अपराध नियंत्रण, कानून व्यवस्था के सख्त होने से राज्य में हो रहे विकास कार्यों का वास्तविक लाभ लोगों को मिलेगा.
मुख्यमंत्री ने सभी पुलिस अधिकारियों को हर हाल में नियमित रूप से रात्रि गश्ती करने का आदेश दिया है. नीतीश कुमार ने महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान रखने और उनके खिलाफ हो रहे अपराध में संलिप्त लोगों पर कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है. इसके साथ ही शराबबंदी का सख्ती से पालन करें, धंधेबाजों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई ,ओवरलोडिंग और ट्रैफिक जाम को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने और भूमि विवाद के समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को नियमित रुप से बैठक करने का आदेश दिया है.