बिहार विधानसभा शीतकालीन सत्र का आज पांचवा और आखिरी दिन है। ऐसे में आज भी सदन के अंदर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के वर्ताव को लेकर विपक्ष जोरदार हंगामा कर सकता है। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और दलित अपमान के मुद्दे को लेकर बीजेपी सदन में हंगामा कर सकती है। वहीं, सरकार जनता के मुद्दों का जवाब देने की कोशिश करेगी।
बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन सदन की कार्यवाही आज भी रोज की तरह 11 बजे से शुरू होगी। आज प्रश्न काल में ऊर्जा विभाग, आपदा प्रबंधन, विभाग पर्यटन, विभाग योजना, विकास विभाग, संसदीय कार्य विभाग, स्वास्थ्य विभाग और विधि विभाग से संबंधित प्रश्न सदन में रखे जाएंगे। अगर सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चली तो संबंधित विभाग के मंत्री उसका जवाब देंगे।
शीतकालीन सत्र के पिछले चार दिनों में एक भी दिन प्रश्न काल नहीं चला है, हंगामा के बीच ही सरकार ने जरूरी कामकाज निपटाए हैं। ऐसे में आज अंतिम दिन भी सदन की कार्यवाही सुचारू ढंग से चलेगी इसकी संभावना बेहद कम है। इसकी वजह यह है कि विधानसभा की कार्यवाही काफी हंगामेदार रही सदन के अंदर एक समय सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच नोकझोंक और हाथापाई तक की नौबत आ गई थी और सदन के बाहर भी बीजेपी और राजद के विधायक नोक झोंक करते दिखे थे।
वहीं, इसके बाद कल ही सदन के अंदर जीतन राम मांझी के खिलाफ जिस प्रकार से नीतीश कुमार भड़के और तुम तड़ाक तक किया उससे भी राजनीतिक माहौल गरमा गया है। ऐसे में यह मुद्दा आज भी सदन में और सदन के बाहर छाया रहेगा। दलितों के अपमान को लेकर जीतन राम मांझी आज सदन में धरने पर भी बैठेगें। इसे लेकर आज यह मामला सदन के बाहर और अंदर जरूर गूंजेगा. बीजेपी और एनडीए के नेता इसे दलित अपमान से जोड़कर भुनाने की कोशिश करेंगे।