नीतीश कुमार बिहार का विकास चाहते ही नहीं है।मध्यप्रदेश बिना विशेष राज्य का दर्जा मिले ही आज इतना तरक्की कर लिया है। इसलिए मेरा मानना है कि काम करने वाला चाहिए ना कि सिर्फ हल्ला करने वाला। यह बातें बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कही है।
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार को काम करने वाला नेता चाहिए । यह केंद्र के माथे पर ठिकड़ा फोड़ देंगे कि पैसा नहीं दे रहे हैं। यह बहाली करते जा रहे हैं लगातार शिक्षक की जबकि वेतन के लिए उनके पास पैसे नहीं है। छठ पर्व के दौरान बिहार के नियोजित शिक्षकों को 3 महीने का वेतन नहीं मिला। इसलिए मैं कहना चाहूंगा कि उनके झांसे में मत आइए।
जैसे ही चुनाव नजदीक आया है वैसे ही विशेष राज्य का दर्जा ये वो करना शुरू कर दिए हैं। 7 साल पहले कहां था विशेष राज्य का दर्जा। उसे समय चुप्पी साधे हुए थे अब अचानक से इनका विशेष राज्य के दर्जे की याद आ गई। नीतीश कुमार विशेष राज्य के दर्जे पर मरे घोड़े को चाभुक मार रहे हैं। नीतीश कुमार की सिफारिश पर रघुराम राजन के नेतृत्व में कमिटी बनी। इसी कमिटी ने देश से विशेष राज्य के दर्जा खारिज कर दिया। तो यह साफ है की विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलेगा।
तेजस्वी यादव पर भी सवाल उठाते हुए सुशील कुमार मोदी ने कहा कि- पहले उनको अपनी मां से पूछना चाहिए कि जब उनकी मां यहां सीएम थी तब बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं मिला। मैं तो तेजस्वी को यही कहना चाहता हूं कि – आप अपनी मां से पूछो जब वो सीएम थी तो बिहार विशेष दर्जा क्यों नहीं दिलाया? लालू प्रसाद केंद्र में मंत्री थे तो उन्हें इसकी कोशिश क्यों नहीं किया ? अब चुनाव आया तो विशेष राज्य का दर्जा मांगा जा रहा है। विशेष राज्य का दर्जा मर चुका है आप कितना भी धरना प्रदर्शन कर लें कुछ नहीं होने वाला है। नरेन्द्र मोदी बिहार को एक लाख चालीस हजार का विशेष पैकेज दिया। बिजली एयरपोर्ट सड़क बन रही किसके पैसे से काम हो रहा।