जमीन के बदले नौकरी मामले में आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी समेत 17 आरोपियों के खिलाफ आरोप तय करने पर दिल्ली की राऊज एवेन्यु कोर्ट में सुनवाई 20 दिसम्बर के लिए टल गई है। आरोपियों की तरफ से दस्तावेजों का परीक्षण करने के लिए समय मांगा गया है। कोर्ट ने आरोपियों को दस्तावेज के परीक्षण के समय दिया है। अब इस मामले में अब 20 दिसंबर को सुनवाई होगी।
रेल में नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में CBI की तरफ से चार्जशीट दाखिल की गई थी। चार्जशीट में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी और उनके बेटे डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव समेत 17 लोगों को आरोपी बनाया गया है।
इससे पहले सुनवाई के दौरान आरोपियों के वकील ने दलील दी कि सीबीआई की तरफ से जो चार्जशीट दाखिल की गई है उससे जुड़े कई दस्तावेज उन्हें नहीं अभी नहीं मिले हैं। जिस पर सीबीआई की स्पेशल जज गीतांजलि गोयल ने CBI को चार्जशीट से जुड़े तमाम दस्तावेज आरोपियों को जल्द से जल्द मुहैया करने का आदेश दिया है। जिसके साथ ही लैंड फॉर जॉब के आरोपियों के पासपोर्ट भी कोर्ट में जमा करा लिए गए हैं। इससे पहले कोर्ट ने लालू यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव को इस मामले में राहत दी थी। जिसके तहत उन्हें कोर्ट आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। और लालू परिवार समेत अन्य को 50 हजार के निजी मुचलके पर जमानत दी थी।
22 सितंबर को कोर्ट ने सीबीआई की नई चार्जशीट को मंजूर करते हुए लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव समेत 13 आरोपियों को 4 अक्टूबर को कोर्ट में पेश होने का समन जारी किया था। सीबाई ने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को भी इस मामले में आरोपी बनाया है। इससे पहले तेजस्वी का नाम इस केस में नहीं था। हालांकि लालू यादव, राबड़ी देवी, बेटी सांसद मीसा भारती समेत अन्य आरोपियों का नाम पहले की चार्जशीट में शामिल था।