लोकसभा चुनाव से पहले ही पीएम मोदी ने जाती गणना का ढूंढा उपाय, देश में सिर्फ 4 जातियों को बताया मान्य
बिहार में अलग-अलग जातियों की संख्या समेत उनकी आर्थिक स्थिति का भी ब्योरा दिया गया है। ऐसे में लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में इसे बड़ा मुद्दा बनाया जा सकता है। दूसरी तरफ इस मुद्दे को शांत करने के लिए अब पीएम मोदी ने एक नई जाति का ईजाद कर डाला है।
पीएम मोदी ने कहा है कि – पीएम मोदी ने कहा, मेरे लिए सबसे बड़ी जाति है गरीब, मेरे लिए सबसे बड़ी जाति है युवा, मेरे लिए सबसे बड़ी जाति है महिलाएं, मेरे लिए सबसे बड़ी जाति है किसान. इन चार जातियों का उत्थान ही भारत को विकसित बनाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को विकसित भारत संकल्प यात्रा को संबोधित किया।
मैं इन चारों जातियों के सशक्तिकरण के लिए काम कर रहा हूं। मेरा मानना है कि मूल आस्था और धर्म को छोड़कर इन चार मूल जातियों के उत्थान से ही देश प्रगति करेगा। पीएम मोदी ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से बातचीत की। इस विकसित भारत संकल्प यात्रा पूरे देश में सरकार की प्रमुख योजनाओं की संपूर्ण पहुंच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुरू की जा रही है।
पीएम मोदी के अचानक से कर जाती बचाने को लेकर अब इसे राजनीतिक तौर पर काफी गंभीर बातें बताई जा रही है। क्योंकि जिस तरह से बिहार में जाति आधार गणना करवाई गई उसके बाद उसको मुद्दा बनाकर लगातार बिहार समेत अन्य राज्यों की सरकार केंद्र पर हमले पर थी वैसे में इसका तोड़ भाजपा को तुरंत नजर नहीं आ रहा था। इतना ही नहीं इसका भाजपा खुले मंच से विरोध भी नहीं कर सकती थी।