पटना विश्वविद्यालय प्रशासन के आदेश के बाद गुरुवार को पटना कॉलेज के चारों होस्टलों को अनिश्तिकाल के लिए सील कर दिया गया। इससे पहले विश्वविद्यालय की ओर से छात्रावास खाली करने के लिए 48 घंटें का समय दिया गया था। इसके बाद गुरुवार को विश्वविद्यालय के अधिकारी, पटना कॉलेज के प्राचार्य तरुण कुमार और मजिस्ट्रेट की देखरेख में मिंटो, जैक्सन, इकबाल और नदवी चारों छात्रावास को सील किया गया है।
इन होस्टलों को खाली करवाने के बाद बिजली और पानी का कनेक्शन भी काट दिया गया है। इसको लेकर पटना कॉलेज के प्राचार्य प्रो. तरुण कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय से प्राप्त आदेश के अनुसार छात्रावास बंद करा दिया। अब विश्वविद्यालय के आदेश के बाद भी छात्रावास पर कुछ निर्णय लिया होगा। इधर राजभवन भी लगातार विश्वविद्यालय के एकेडमिक माहौल पर ध्यान रखे हुए हैं। छात्रावास को लेकर लगातार विश्वविद्यालय को निर्देश भी प्राप्त हो रहा है।
छात्र छात्रवास खोलने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि कुछ असामाजिक तत्वों की वजह से सभी गरीब, किसान परिवार के छात्रों को परेशानी हो रही है। आखिर राजधानी में होस्टल लेकर रहने का मतलब कम खर्च में अपनी पढ़ाई करनी थी। जब होस्टल बंद हो गया है तो हमें अपनी पढाई जारी रखने के लिए बाहर कमरा लेना होगा जिससे पढ़ाई का खर्च बढ़ जाएगा जिससे काफी समस्या होगी।