मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस समय देश भर की राजनीति में किंग मेकर की भूमिका हैं। चाहे विपक्षी गठबंधन हो या एनडीए गठबंधन दोनों की नजर नीतीश कुमार पर बनी हुई है। नीतीश कुमार भी आज दिल्ली पहुंच गए हैं। लेकिन, देखने वाले बात यह थी की जिस विमान से नीतीश कुमार दिल्ली पहंचे उसी विमान में तेजस्वी यादव भी सवार थे और दोनों अगल -बगल में बैठे हुए थे। अब एक जदयू के एक बड़े नेता ने बड़ा बयान दिया है।
जदयू के प्रवक्ता और पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने दिल्ली में एनडीए की बैठक से पहले बड़ी डिमांड रखी है। हालांकि, वैसे तो यह मांग पुरानी है, लेकिन समय के अनुसार यह मांग काफी असरदार और सियासी उथल-पुथल के बीच यह कारगर भी नजर आ रही है। जदयू नेता ने कहा है कि नई सरकार के गठन के बाद बिहार को स्पेशल स्टेटस का दर्जा मिलना चाहिए।
उनकी यह मांग अपने आप में एक बड़ा संदेश दे रही है। क्योंकि, यही बात बिहार के नेता विपक्ष तेजस्वी यादव दिल्ली रवाना होने से पहले पटना में मीडिया से बातचीत करते हुए कही थी। तेजस्वी ने कहा था कि, इस देश में सरकार चाहे किसी की भी बनें मेरी मांग यही है कि बिहार को स्पेशल राज्य का दर्जा मिले।
बिहार सरकार के मंत्री विजय कुमार चौधरी ने NDA में नीतीश कुमार के रहने को लेकर उठ रहे सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हमलोगों के यहां सच्चाई पहुंचती है कोई चर्चा नही। हमलोगों से किसी विपक्षी नेता ने संपर्क नहीं किया। जिसने हमें संपर्क किया उसके लिए नीतीश जी वहां गए हैं। उध्दव ठाकरे के द्वारा नीतीश से बात करने को किए गए सवाल पर उन्होंने कहा कि, देश में कोई भी किसी से भी बात करने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन हमलोग NDA के साथ इन्टैक्ट है। ये हमारे नेतृत्व की खासियत है कि हमलोगों जहां भी रहे अपने असूलों से समझौता नही करते। सबकी ख्वाहिश होती है कि हमलोग उनके साथ रहूँ। लेकिन, हमलोग NDA में हैं और 2025 में नीतीश कुमार के नेतृत्व में NDA चुनाव लड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि हमलोगों का NDA में जाना जनता को पसंद आया है। जनता ने हमलोगों के फैसले का सही होने का मुहर लगा दिया है। बिहार की जनता में नीतीश कुमार की विश्वनीयता अभी भी बरकरार है। बड़ी बात है कि आज भी बिहार की जनता नीतीश कुमार के विकास कार्य को सही मानती है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि देश भर में पीएम मोदी की लोकप्रियता तो है हीं साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काम का भी बहुत बड़ा असर है। चुनाव में कहीं भी कोई एंटी इनकंबेंसी नही देखने को मिली। यह 2025 के विधानसभा चुनाव के लिए भी बहुत शुभ संकेत है। 2024 के नतीजे ने 2025 का मार्ग प्रशस्त कर दिया है। बिहार में आने वाले समय में NDA का भविष्य उज्जवल है।