लोकसभा चुनाव 2024 के चुनावी परिणाम 04 जून को जारी कर दिए गए। इसके बाद एनडीए को कुल 292 सीट हासिल हुई और इसके विपक्ष में इंडी गठबंधन इस बार पहले की तुलना में थोड़ा बेहतर प्रदर्शन कर पाई है। इस गठबंधन को इस बार कुल 233 सीटें हासिल हुई हैं। साथ ही भाजपा इस बार अकेले दम पर बहुमत हासिल नहीं पाई है। जबकि इस बार कांग्रेस को भले ही 99 सीट हासिल हुए हैं। लेकिन, इसके बाद भी कांग्रेस का 9 राज्यों में खाता भी नहीं खुल सका है।
लोकसभा चुनाव में कई राज्य रहे हैं जहां कांग्रेस का खाता तक नहीं खुल पाया है। इसकी वजह यह है कि ये वैसे राज्य हैं, जिसमें कांग्रेस या तो सत्ता में है या फिर रह चुकी है। लेकिन लोकसभा में खाता शून्य पर चला गया। आंध्र प्रदेश कभी कांग्रेस का मजबूत गढ़ था, लेकिन लगातार दूसरी बार पार्टी को वहां एक भी सीट नसीब नहीं हुई।
दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के बावजूद एक भी सीट नहीं मिली। हिमाचल प्रदेश में तो कांग्रेस की सरकार है लेकिन इसके बावजूद हाथ खाली रह गए। उत्तराखंड व त्रिपुरा में भी दूसरे चुनाव में पार्टी अपने शून्य की स्थिति बदल नहीं सकी। कांग्रेस पार्टी को दिल्ली, त्रिपुरा, उतराखंड, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और अरुणाचल प्रदेश में एक भी सीट हासिल नहीं हुई है।
पहले सिक्किम विधानसभा चुनाव भी साथ ही हुआ था और नतीजा तीन जून को ही आ गया था। विधानसभा में कांग्रेस के 12 उम्मीदवारों को नोटा से भी कम वोट मिले हैं। उसके बाद अब नौ राज्य में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुल पाया है। हालांकि, कांग्रेस की हालत पिछले चुनावों की तुलना में कुछ बेहतर जरूर हुआ है।