लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद जिस राज्य की चर्चा सबसे अधिक हो रही है, वह है बिहार का पड़ोसी राज्य यूपी। अब संकेत मिल रहे हैं कि इस राज्य में कोई बड़ा राजनीतिक खेल हो सकता है और इसकी वजह यह है कि यहां के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज मीटिंग बुलाई थी और मीटिंग में प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्री नहीं पहुंचे। इसके बाद तरह -तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
यूपी लोकसभा की कई सीटों पर मिली हार के बाद बैठक कर भाजपा इसकी वजह तलाशने में लगी हुई है। संगठन के लोग अब आंतरिक सर्वे कर हार की सही वजह भी तलाश रहे हैं। इस बीच खबर यूपी की राजधानी लखनऊ से आई है, जहां सीएम योगी की बैठक से प्रदेश के दोनों डिप्टी सीएम नदारद रहे। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य सीएम योगी की बैठक में नज़र नहीं आए।
बताया जा रहा है कि डिप्टी सीएम दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। यहां बीते कल एनडीए के नेताओं की बैठक थी। इसलिए दोनों डिप्टी सीएम दिल्ली गए हुए थे। वहां से दोनों वापस नहीं लौटे और दिल्ली में ही रुके हुए हैं। बताया यह भी जा रहा है कि दोनों डिप्टी सीएम पीएम मोदी की शपथ ग्रहण समारोह में भी शामिल होंगे। यही कारण है कि वह वे वापस लखनऊ नहीं लौटे हैं। मंत्री से सांसद बने अनूप वाल्मीकि और जितिन प्रसाद भी मीटिंग में नजर नहीं आए। डिप्टी सीएम पाठक के बारे में बताया गया है कि वे आज ऋषिकेश जा रहे हैं।
यूपी में बीजेपी को कम सीटें मिलने का असर केंद्र सरकार पर भी देखने मिला है। बीजेपी पूर्ण बहुमत के आंकड़े को नहीं छू सकी और अन्य दलों के सहयोग से केंद्र में सरकार बनने जा रही है। यूपी की 80 लोकसभा सीटों में भाजपा को मात्र 33 सीटों पर ही जीत मिली है। सपा को सर्वाधिक 37 मिली हैं जबकि कांग्रेस को 6 सीटों से संतोष करना पड़ा है।