बिहार के बिजली विभाग का न्याय, 31 लाख का मिला बिजली बिल एक मजदूर को

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सरकार ने राज्य में पुराने बिजली मीटर को बदलकर स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है हालांकि इसमें लगातार खामियां भी आ रही हैं और इसको लेकर सवाल उठ रहे हैं। स्मार्ट प्रीपेड मीटर लोगों के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है। मुजफ्फरपुर में स्मार्ट प्रीपेड मीटर से जुड़ा हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है।

पियर थाना क्षेत्र इलाके के सिमरा पंचायत के वार्ड संख्या- 9 के रहने वाले शुभलाल को बिजली विभाग ने 31 लाख का बिल थमा दिया है। बिजली विभाग की तरफ से 31 लाख रुपये का बिल थमाने के बाद शुभलाल परेशान हैं और विभाग के चक्कर लगा रहा है। हैरानी की बात ये है कि ये बिजली बिल मात्र दो महीने का है। बिजली विभाग के इस गैर-जिम्मेदाराना रवैये से मजदूर बेहद चिंतित है।

बिल जमा नहीं करने के कारण उसके घर की बिजली भी काट दी गई है। शुभलाल सहनी के घर में बिजली का कनेक्शन उसकी पत्नी फूला देवी के नाम से है। शुभलाल सहनी इसे सुधारने के लिए लगातार विभाग का चक्कर लगा रहा है। शुभलाल के घर में स्मार्ट मीटर लगाये जाने से पहले मात्र 2600 का बिल आता था।

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पीड़ित ने बताया कि 20 जून को 400 रुपये से रिचार्ज करने के बाद भी जब बिजली आपूर्ति शुरू नहीं हुई तो बिजली विभाग में जाकर पदाधिकारी को बताया, तब यह पता चला कि उसका करीब 31 लाख रुपये का बिल बकाया है। मजदूर ने बताया कि उसके घर में मात्र 2 पंखा और तीन बल्ब का इस्तेमाल होता है। दो महीना पहले करीब 2600 रुपये का बिजली बिल बकाया था आखिर इतना बिल कैसे हो गया यह समझ से बाहर है।

 

मामले पर बिजली विभाग के जूनियर इलेक्ट्रिकल इंजीनियर अभिषेक रंजन ने बताया कि गड़बड़ी की शिकायत मिली है। लिखित आवेदन मांगा गया है और इस मामले की जांच की जा रही है कि आखिर ऐसा कैसे हुआ है। मामले में रीडर से जानकारी लिया जा रहा है। बिजली के मीटर में कभी कभी में गड़बड़ी आ जाती है, जांच कर ठीक किया जाएगा।

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