बिहार में शराबबंदी कानून है। राज्य के अंदर कहीं भी शराब पीना या इससे जुड़ा कोई भी कारोबार करना गैरकानूनी बताया जा रहा है। अब ताजा मामला राजधानी पटना से सटे इलाके से निकल कर सामने आ रहा है। जहां शराबी को पकड़ने गई पुलिस टीम पर जानलेवा हमला किया गया है। उसके बाद पुरे इलाके में हड़कंप का माहौल कायम हो गया है।
पंडारक प्रखंड के बाढ़ शहरी सरमेरा पथ पर कोंदी गांव में पुलिस गिरफ्त से शराब पीने के एक आरोपित को छुड़ाने के लिए लोगों ने मद्य निषेध विभाग की टीम पर हमला बोल दिया। ग्रामीणों ने इस दौरान रोड़ेबाजी व हवाई फायरिंग भी की। इसके बाद लोगों की भीड़ व आक्रोश को देखते हुए पुलिस को एक राउंड हवाई फायरिंग करनी पड़ी।
अवर निरीक्षक शैलेंद्र कुमार आजाद के बयान पर पंडारक थाने में प्राथमिकी कराई है। जिसमें 50 अज्ञात को आरोपित किया गया है। वहीं, शराब मामले में गिरफ्तार युवक को जुर्माने के बाद कोर्ट से जमानत मिल गई। पुलिस ने बताया कि देर शाम लगभग आठ बजे कोंदी पेट्रोल पंप के समीप शराब पीने की पुष्टि होने के बाद कोंदी वार्ड संख्या एक निवासी विकेश कुमार को गिरफ्तार किया गया। जब उसे थाने लाया जा रहा था तो उसके स्वजन व ग्रामीणों ने पुलिस टीम को जबरन रोक लिया और वाहन से आरोपित को उतारने का प्रयास करने लगे। जब टीम ने विरोध किया तो पथराव शुरू कर दिया गया। उसके बाद में फायरिंग भी की जाने लगी।
मामले में ग्रामीणों का कहना है कि शराब पीने के आरोप में गिरफ्तार किया गया युवक किसान है। वह खेत में खाना पहुंचा कर लौट रहा था, तो पुलिस टीम ने शक के आधार पर उसे पकड़ लिया। इसके बाद युवक ने स्वजन को सूचित किया। इसके बाद काफी संख्या में ग्रामीण व स्वजन वहां जुट गए और छुड़ाने का प्रयास करने लगे। इस संबंध में मद्य निषेध विभाग के इंस्पेक्टर आशुतोष कुमार ने कहा कि लाठीचार्ज का आरोप बेबुनियाद है। ग्रामीणों ने रोड़ेबाजी के साथ फायरिंग भी की है। इस कारण आत्मरक्षार्थ जवान को एक राउंड हवाई फायरिंग करनी पड़ी।