पेरिस ओलंपिक 2024 के छठे दिन की शुरुआत भारत के लिए काफी सुखद रहा है। शूटर स्वप्निल कुसाले ने भारत को तीसरा पदक दिलाया। इससे पहले भी शूटिंग में ही भारत ने दोनों मेडल ब्रॉन्ज जीते थे। पहले मनु भाकर और सरबजोत सिंह ने भारत को कांस्य पदक जिताया और अब स्वप्निल कुसाले ने ओलंपिक डेब्यू में पुरुष 50 मीटर राइफल 3 पोजिशन में कांस्य पदक अपने नाम किया। उन्होंने इतिहास रच दिया। 451.4 के स्कोर के साथ उन्होंने अंत तक लड़ाई लड़ी और भारत को ये पदक जिताया।
कुसाले रेलवे टिकट कलेक्टर भी हैं। यह शांत स्वभाव के खिलाड़ी माने जाते हैं। उनके मेडल जीतने के बाद से सोशल मीडिया पर बधाइयों का तांता लग गया। स्वप्निल कुसाले ने स्टैंडिंग में पहली सीरीज में 51.1 और दूसरी सीरीज में 50.4 यानी कुल मिलाकर 101.5 का स्कोर किया। उनके पास कुल स्कोर 422.1 और वह तीसरे नंबर पर पहुंच गए।
भारत के लिए ओलंपिक में पहला मेडल 2004 में राज्यवर्धन राठौड़ ने दिलाया था। उन्होंने एथेंस ओलंपिक में मेडल जीता था। बीजिंग ओलंपिक में अभिनव बिंद्रा ने सोने पर निशाना साधा। साल 2012 में बीजिंग ओलंपिक में भारत के दो शूटर मेडल लेकर आए। विजय कुमार ने सिल्वर और गगन नारंग ने ब्रॉन्ज मेडल इसी साल जीता। इसके बाद शूटर्स को ओलंपिक मेडल जीतने के लिए 12 साल का इंतजार करना पड़ा।