इंडिया सिटी लाइव(पटना)26 दिसम्बर: बिहार की राजनीति में नई संभावनाओं के द्वार खुल रहे हैं। जदयू की धुर विरोधी पार्टी राजद का अचानक जदयू पर प्यार उमड़ने लगा है। अरुणाचल प्रदेश में जदयू को मिले झटकेके बाद राजद का दिल पसीजने लगा है। राजद नेता और बिहार केपूर्व स्वास्थ्य मंत्री , लालू के लाल जेत प्रताप ने कहा है कि बीजेपी के साथ जाकर जदयू ने गलती कर दी। अब तेज प्रताप का प्यार अचानक चाचा नीतीश पर क्यों उमड़ रहा है। कहना नहीं होगा कि बिहार विधानसभा में राजद सबसे बड़ी पार्टी के रूप में मजबूत स्थिति में है जबकि नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू मात्र 43 विधायकों के साथ सत्ता पर काबिज हैं। राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि नीतीश कुमार बीजेपी के साथ सरकार में असहज महसूस कर रहे हैं। उधर राजद सत्ता से महज कुछ कदम दूर रह गया है। ऐसे में राजद हर कोसिश कर रहा है कि किसी तरह सत्ता की चाभी उसे मिल जाए। यही कारण है कि राजद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को साथ आने का इशारा किया है। बात केवल तेजप्रताप की ही रहती तो लोग इसे हल्के में लेते । अब तो राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने भी गर्म लोहे पर हथौड़ा मारा है। शिवानंद तिवारी ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कब तक अपमान सहेंगे। अगर वे साहस का परिचय देते हैं तो हम उसका स्वागत करेंगे। तिवारी ने कहा कि अरुणाचल में जदयू के छह विधायकों को तोड़कर भाजपा ने साफ संकेत दिया है कि उसे नीतीश कुमार की परवाह नहीं है। यह गठबंधन धर्म के साथ घात भी है।
हालाकि शिवानंद तिवारी ने इस घटना को लेकर नीतीश पर तंज भी कसा है। कहा कि अब ऊंट पहाड़ के नीचे आ गया है। भाजपा ने जदयु के छह विधायकों को तोड़ लिया है। मुश्किल यह है कि नीतीश कुमार प्रतिक्रिया देने से बच रहे हैं।
गौरतलब है कि पटना में जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हो रही है। इस बैठक में अरूणाचल के विधायकों को भी आना था लेकिन पार्टी को आखिरी समय में मायूसी झेलनी पड़ी है। भाजपा ने रंग में भंग डाल दिया। राजद नेता शिवानंद तिवारी ने कहा है कि आनेवाले दिनों में भाजपा नीतीश कुमार के सामने और संकट खड़ी करेगी।कहा तो यह भी जा रहा है कि नीतीश कुमार के दोनों उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी ने गुरुवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। प्रधानमंत्री ने उनको कहा कि बिहार की जनता ने भाजपा पर भरोसा जताकर बहुमत दिया है। इसका ध्यान रखना है। यानी बहुमत नीतीश कुमार को नहीं भाजपा को मिला है। उधर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक पदाधिकारी ने मांग की है कि उत्तर प्रदेश की तर्ज पर ही बिहार में भी लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाया जाए। यह आवाज धीरे-धीरे तेज होने वाली है।
शिवानंद तिवारी ने कहा है कि विधानसभा के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने जिस प्रकार नीतीश जी का इलाज करने के लिए चिराग पासवान का इस्तेमाल किया, उस का मकसद क्या था, यह धीरे.धीरे खुलने लगा है। अब देखना है कि नीतीश कुमार कब तक और कितना अपमान सहते हैं। शिवानंद तिवारी ने कहा है कि अगर नीतीश कुमार साहस दिखाकर कोई फैसला लेते हैं तो राजद उनका स्वागत करेगी। अब देखना है कि जिस नीतीश कुमार ने एक झटके में राजद से नाता तोड़ लिया था और भाजपा की गोद में बैठ गए थे , वे क्या फिर से राजद का हाथ थामेंगे?