भारत में 2025 तक बुजुर्गों की आबादी 12% बढ़ने की संभावना है।
भारत में 2025 तक बुजुर्गों की आबादी 12% बढ़ने की संभावना है।
भारत में 2025 तक बुजुर्गों की आबादी 12% बढ़ने की संभावना है।
नई दिल्ली/टीम डिजिटल भारत में 2025 तक बुजुर्गों की आबादी 12% बढ़ेगी। इंडिया मेडटेक एक्सपो 2023 में इसकी जानकारी दी गई, जो स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में कई आधुनिक बदलावों को दर्शाता है। इस अवधि में, ‘जेरिएट्रिक एवं होम-बेस्ड केयर के लिए मेडिटेक में भावी रूझानों’ पर चर्चा हुई। गांधीनगर के हैलीपेड एक्ज़हीबिशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में मेडटेक की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा हुई।
मेडिकल टेक्नोलॉजी एसोसिशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष पवन चौधरी ने बहस को आगे बढ़ाते हुए कहा, “पहले बुजुर्गों की अहमियत बहुत ज्यादा थी।” वे घर में कई तरह से मदद करते थे। खास बात यह है कि उन्हें दवा, धर्म, संगीत और राजनीति का भी अच्छा ज्ञान था। युद्धकालीन परिस्थितियों में, उनके इस तजुरबे का प्रसार अच्छा था। लेकिन आज उनकी जरूरत नहीं है। गूगल ने उनकी जगह ले ली है। इससे युवा पीढ़ी बुजुर्गों से अलग हो गई है। इसके अलावा, युवा लोग न्यूक्लियर परिवारों में शामिल होने से बच रहे हैं। जैसे, बुजुर्गों की जरूरत कम होने से उनका आत्मविश्वास भी कम हुआ है।”
चौधरी ने आगे कहा, ‘चिकित्सा सेवाओं और देखभाल की बढ़ती लागत के चलते बुजुर्गा बोझ बनते जा रहे हैं। बुजुर्गों की देखभाल करने वाले बहुत से बच्चे ‘सैंडविच जनरेशन’ में आते हैं, जहां उन्हें अपने माता-पिता और अपने बच्चों की देखभाल करनी है। ऐसे में बुजुर्गों को भी पैसे देने की जरूरत है।बुजुर्गों को शारीररक, मानसिक, आर्थिक और सामाजिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने पैनल में मौजूद नेताओं से कहा कि वे इन कठिन समस्याओं के समाधान पर विचार करें। नीति आयोग के सदस्य डॉ विनोद कुमार पॉल ने कहा, “समाज और सरकार दोनों की जिम्मेदारी है कि वे बुजुर्ग आबादी की जरूरतों को पूरा करें।” हाल ही में हुए एक अध्ययन ने पाया कि आने वाले समय में 43% बुजुर्गों को एक या अधिक सहायक चिकित्सा उपकरण की आवश्यकता होगी। अन्तरा सीनियर लिविंग के एमडी एवं सीईओ रजत मेहता ने कहा, “समय आ गया है कि हम इस विषय पर बात करें कि हमारे बुजुर्गों की देखभाल के लिए हम कैसे बेहतर तैयारी कर सकते हैं। धन की कमी मुख्य समस्या है, यह एक बहुआयमी मुद्दा है।”
Reported by Lucky Kumari