बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन विधानसभा में आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका के मुद्दे को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा। बीजेपी और अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने विधानसभा का घेराव कर रही महिलाओं पर लाठीचार्ज करने का आरोप लगाते हुए उनके मानदेय को बढ़ाने की मांग सरकार से जोरदार तरीके से की। इसको लेकर विधानसभा में भारी हंगामा होता रहा। बाद में बीजेपी और एनडीए के विधायक सदन से वॉकआउट कर गए।
सदन की कार्यवाही का बहिष्कार करते हुए बीजेपी और एनडीए के विधायक आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका के समर्थन में सड़क पर उतर गए और सरकार के खिलाफ जनकर नारेबाजी की। बीजेपी का कहना था कि सरकार द्वारा सेविका और सहायिका को दी जा रही राशि नाकाफी है ऐसे में सरकार उनका मानदेय कम से कम दस हजार रुपए करे। बीजेपी विधायक लखेन्द्र पासवान ने कहा कि नीतीश तेजस्वी की सरकार गुंगी और बहरी हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि सदन में आज एनडीए के विधायकों ने जब आंगनबाड़ी सेविका सहायिका की बात रखी लेकिन मुख्यमंत्री और सरकार के लोग उसे सुनने को तैयार नहीं हैं। इसलिए बीजेपी और एनडीए के विधायकों ने सदन का बहिष्कार कर दिया और आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका के समर्थन में सड़क पर उतरने जा रहे हैं।
पांच सूत्री मांगो को लेकर बिहार की आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं ने बिहार विधानसभा के सामने हंगामा किया। महिलाएं विधानसभा का घेराव करने जा रही थीं। उनका हुजूम विधानसभा के करीब पहुंच चुका था। लेकिन पुलिस ने रोक दिया। उसके बाद पुलिस ने वाटर कैनन का भी उपयोग किया। ऐसे में अब ये आंगनबाड़ी सेविका राजधानी के डाकबंगला चौराहे के पास पहुंच गई है और वहां प्रदर्शन कर रहे है, जहां भाजपा के विधायक और पार्षद उनसे मिलने पहुंचे हैं।