महिला होने के नाते जी और असंवेदनशीलता का शिकार में पहले भी हुई थी वहीं अब सदन में भी देखने को मिला। आज नीतीश कुमार के बयान से पूरा बिहार शर्मिंदा महसूस कर रहा है ऐसे में नजीर पेश करना और माफी मांगना कहीं से भी उचित नहीं है। नीतीश कुमार खुद इस्तीफा देकर चला जाना चाहिए।
भाजपा विधायक ने कहा कि नीतीश कुमार ने जो कुछ बातें सदन में कही है उसको लेकर बिहार महिला आयोग क्यों नहीं एक्शन में नजर आ रहा है। अभी तक उनके तरफ से किसी तरह का कोई टिप्पणी नहीं किया जाना किसी तरह का कोई एक्शन नहीं लिया जाना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। महिला आयोग संवैधानिक पद होता है उसे पर बैठे लोग संवैधानिक पद पर बैठे होते हैं ऐसे में उन्हें इस तरह चुप रहना उचित नहीं है।
इसके अलावा हमने कहा कि मैं राष्ट्रीय महिला आयोग को धन्यवाद चीजों को लेकर टिप्पणी की है और नीतीश कुमार की बातों को संज्ञान में लिया है यह महिलाओं के लिए काफी अच्छी बात है। हम उनका समर्थन करते हैं। लेकिन, राज्य महिला आयोग का कोई एक्शन नहीं होना चिंता का विषय है।
वहीं भाजपा के विधायक रामसूरत राय ने कहा कि यदि सदन के अंदर कोई अच्छी बातें कही जाती है या रखी जाती है तो हम उसका समर्थन करते हैं। हम लोग आरक्षण पर पूरी तरह से समर्थन करते हैं। लेकिन अगर कोई जनता के हित का मुद्दा नहीं होगा तो हम लोग उसका विरोध करेंगे।