बड़ी खबर मुजफ्फरपुर से आ रही है। जहां नौकरी का झांसा देकर लड़कियों का यौन शोषण किये जाने के मामले में बिहार पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। मुजफ्फरपुर पुलिस ने इस पूरे मामले के मुख्य आरोपी तिलक सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। तिलक सिंह की गिरफ्तारी गोरखपुर से की गयी है। मुख्य आरोपी तिलक सिंह से पुलिस सख्ती के साथ पूछताछ कर रही है।
मुजफ्फरपुर में नौकरी के नाम पर लड़कियों से यौन शोषण का मामला सामने आया था। मुजफ्फरपुर में एक गिरोह के द्वारा DVR नाम की फर्जी मार्केटिंग कंपनी बनाकर सोशल मीडिया पर नौकरी देने का पोस्ट सिर्फ लड़कियों के लिए डाला गया था। इसमें लिखा गया था कि आप इस कंपनी में जॉब करने की इच्छुक हैं तो हमसे संपर्क करे। लड़कियों को मोटी सैलरी देने का लालच दिया जाता था और उन्हें अपने जाल में फंसाया जाता था। कम्पनी का दावा था कि यह काम सिर्फ लड़कियों के लिए ही है।
सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से कई लड़कियों ने कंपनी से संपर्क किया। ज्यादा सैलरी दिये जाने का लालच देकर लड़कियों को नौकरी पर रखा भी गया। लड़कियों के काम पर आने के बाद वहां मौजूद दरिंदों ने उन्हें बंधक बनाकर उनके साथ शारीरिक संबंध बनाये। जब लड़कियां इसका विरोध करती थी तब उन्हें बेल्ट से बेरहमी के साथ पीटा जाता था। जिसका कई वीडियो भी सामने आया है। जो सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रहा है। जिसमें दिख रहा है कि किस तरह बेल्ट से लड़की की पिटाई की जा रही है। यह तस्वीर देखकर आपके भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे। पिछले साल अहियापुर और सदर इलाके में छापेमारी कर पुलिस ने सभी लड़कियों को मुक्त करा लिया था। ज्यादातर तो लड़कियां थाने में शिकायत करना भी मुनासिब नहीं समझी। लेकिन इसी में से एक छपरा जिले की एक लड़की ने थोड़ी हिम्मत दिखाई और सामने आई। कथित कंपनी के एक फर्जी कर्मचारी पर मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाने में FIR दर्ज करवा दिया।
पूरे प्रकरण को लेकर छपरा की इस पीड़िता ने अहियापुर थाने में केस दर्ज कराया। पीड़िता ने बताया कि फेसबुक पर महिलाओं के लिए जॉब ऑफर का पोस्ट दिखा था। डीवीआर संस्था में काम करने के लिए बहाली निकली थी। जहां अप्लाई करने पर चयनित होने के बाद प्रशिक्षण के नाम पर उससे ₹20 हजार की मांग की गई। 20 हजार जमा करने के बाद बहुत सारी लड़कियों के साथ अहियापुर थानाक्षेत्र में ही बखरी के निकट उन्हें रखा गया। करीब तीन महीना गुजर जाने के बाद भी जब सैलरी नहीं मिली तो उसने संस्था के सीएमडी तिलक सिंह के समक्ष अपनी बात रखी। तब उसने कहा कि 50 और लड़कियों को संस्था से जोड़ों तब तुम्हारी सैलरी 50 हजार कर दी जाएगी।
पीड़िता का आरोप है कि मुजफ्फरपुर में रहते हुए भी तिलक सिंह ने उसके साथ जोर जबरदस्ती कर शारीरिक संबंध बनाये थे। उस दौरान वह गर्भवती भी हो गई थी। तिलक सिंह ने उसका एबॉर्शन करवा दिया था। इस बीच कंपनी के चीट फंड होने का उसे एहसास हो गया, तब उसने मामले में प्राथमिकी दर्ज कराना मुनासिब समझा। क्योंकि वह नहीं चाहती थी कि जैसे उसकी जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया गया है, वैसे किसी अन्य लड़कियों के साथ भी खिलवाड़ जारी रहे। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए नौकरी का झांसा देकर लड़कियों का यौन शोषण करने वाले मुख्य आरोपी तिलक सिंह को गोरखपुर से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।