गंदे राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति के उद्देश्य से सांप्रदायिक रंग में रंगना चाह रही है भाजपा सरकार,रोहिणी आचार्य का यूपी सरकार के फैसले पर हमला
उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा के दौरान खाने-पीने की दुकानों पर नेमप्लेट लगाने के सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश को लेकर सियासत शुरू हो गई है। लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया के जरिए यूपी सरकार के फैसले पर सवाल उठाया है और कहा है कि बीजेपी की सरकार पवित्र यात्रा को भी सांप्रदायिक रंग में रंगना चाहती है।
रोहिणी ने एक्स पर लिखा, “लोकसभा चुनाव में अयोध्या की सीट हारने की खीज और अपनी खिसकती जमीन की हताशा में नफरती, विखंडनकारियों की जमात भाजपा की उत्तरप्रदेश सरकार ने मुसलमान भाइयों के इकोनॉमिक (आर्थिक) बॉयकॉट के घृणित उद्देश्य से कांवड़ पथ पर नाम की तख्ती लगा कर सामान बेचने का फरमान जारी किया है। पावन श्रावण मास में भगवान शिव के पूजन के लिए की जाने वाली पवित्र धार्मिक यात्रा को भी अपने गंदे राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति के उद्देश्य से सांप्रदायिक रंग में रंगना चाह रही है उत्तरप्रदेश की भाजपा सरकार”।
रोहिणी ने आगे लिखा, “धर्म की गलत व्याख्या के साथ समाज व देश में धार्मिक-विद्वेष, नफरत व उन्माद का जहर घोलना ही भाजपा की फितरत व राजनीति रही है। हद तो तब ही हो गयी थी जब अयोध्या की हार के पश्चात इन लोगों ने अयोध्या के हिंदुओं तक के बॉयकॉट (बहिष्कार) के लिए मुहिम छेड़ दी थी। इन लोगों की विकृत मानसिकता को अच्छी तरह से देख व समझ चुका है देश और गंगा-जमुनी तहजीब को तोड़ने-बाँटने की इनकी हर कोशिश अब नाकाम ही होगी”।
22 जुलाई से सावन का पावन महीना शुरू हो रहा है। सावन में उत्तर प्रदेश में निकलने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर छिड़े विवादों के बीच योगी सरकार ने बड़ा फैसला ले लिया है। फैसले के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में कावंड़ यात्रा के दौरान खाने -पीने की सभी दुकानों पर दुकानदारों को अपना नेमप्लेट लगाना होगा। सीएमओ की तरफ से इसको लेकर निर्देश जारी किया गया है। CMO के इस आदेश के बाद घमासान तेज हो गया है।