छपरा मे नाबालिग लड़के का यूट्यूब देखकर पथरी का ऑपरेशन करने वाला डॉक्टर पुलिस की गिरफ्त में आ गया। लड़के को पटना ले जाने के दौरान उसकी मौत के बाद आरोपी फर्जी डॉक्टर बीच रास्ते से ही फरार हो गया लेकिन मीडिया में खबर आने के बाद पुलिस ने एक्शन लिया और फर्जी डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया।
सारण के गड़खा थाना क्षेत्र के मोतीराजपुर स्थित गणपति सेवा सदन में एक झोलाछाप डॉक्टर अजीत कुमार पुरी ने मढ़ौरा थाना क्षेत्र के भुवालपुर गांव निवासी चंदन साह के 15 वर्षीय बेटे कृष्णा कुमार उर्फ गोलू की पथरी का ऑपरेशन यूट्यूब देखकर कर दिया था।
लड़के की हालत बिगड़ी तो खुद एंबुलेंस से लेकर पटना के लिए रवाना हो गया था लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। किशोर की मौत होने के बाद आरोपी डॉक्टर और उसके सहयोगी बच्चे को बीच रास्ते में छोड़कर फरार हो गए थे। इसके बाद परिजनों ने गरखा थाने में आरोपी झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कराया।
केस दर्ज होने के बाद पुलिस एक्शन में आई और 8 सितंबर को ही आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि आरोपी ने चार साल तक एक डॉक्टर के पास कंपाउंडर का काम किया और बाद में खुद प्रेक्टिस कर डॉक्टर बन गया और अस्पताल खोलकर लोगों की इलाज करने लगा था।