बिहार विधानसभा चुनाव के बाद से ही विपक्ष ने सरकार पर हमले का मौका नहीं छोड़ा है. जब से लालू यादव जेल से बाहर आए हैं और उसके बाद जब से उनके पटना आने को लेकर चर्चा शुरू हुई है. तब से ही बिहार की सियासत एक अलग ओर जाती हुई दिख रही है. इस दौरान गाहे-बगाहे राजद नेताओं का दावा भी सियासी सरगर्मी बढ़ा रहा है.
पिछले कुछ दिनों की बात करें तो राजद सुप्रीमो लालू यादव ने शरद यादव, शरद पवार और मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की है. इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं. क्योंकि अगले साल यूपी में चुनाव होने हैं. इधर लालू यादव बहुत जल्द पटना भी लौटने वाले हैं. एक तरफ तीसरे मोर्चे के गठन की चर्चा दूसरी तरफ बिहार में सियासी फिजां को लेकर भी राजद नेता संकेत दे रहे हैं.