बरगद के पेड़ में नारियल का पानी…
अंधविश्वास के चंगुल में कुदरत की कहानी..
पेड़ से पानी निकलना बना कौतूहल का विषय..
दैवीय चमत्कार मान लोग करने लगे पूजा..
कृषि वैज्ञानिकों ने कहा..यह एक प्रक्रिया..
बक्सर से कपीन्द्र किशोर की रिपोर्ट..
24/2/2022
बक्सर जिले के चौसा प्रखंड के पवनी पंचायत में एक बरगद के तने तथा जड़ से पिछले चार दिनों से पानी का रिसाव हो रहा है. जो धीरे-धीरे बढ़ गया और लोग इसे चमत्कार मान कर यहां पहुंचने लगे. देखते ही देखते पूजा-पाठ आदि भी शुरु कर दिया गया है. लोग इसे दैवीय चमत्कार मान रहे हैं और पेड़ से निकलने वाले पानी को पीकर स्वयं को धन्य समझ रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि पानी का स्वाद नारियल के पानी की तरह लग रहा है. ऐसे में निश्चय ही यह कोई दैवीय चमत्कार है.
कुछ दिन पूर्व जब ग्रामीण खेतों के बीच खड़े बरगद के पेड़ के समीप पहुंचे तो वहां उन्हें जड़ों से पानी का स्राव होता दिखा. बाद में अगले दिन पहुंचने पर पानी का स्राव कुछ ज्यादा बढ़ गया था. बाद में अन्य ग्रामीणों को इसकी सूचना मिली और अब वहां सैकड़ों ग्रामीण महिला और पुरुष पहुंच गए हैं. साथ पौधे के समीप भगवान की तस्वीर रखकर तथा फूल मालाएं अर्पित कर तन्मयता से पूजन-अर्चन कर रहे हैं.दुसरी तरफ कृषि वैज्ञानिकों ने स्पष्ट रूप से बताया कि पेड़ की जड़ों से पानी का निकलना एंटीबैक्टीरियल रूट डिसऑर्डर है जिसके कारण उन्होंने कहा कि अक्सर ऐसा होता है कि जब पेड़ों में संक्रमण हो जाता है और तरल द्रव्य बाहर निकलने लगता है लेकिन, यह कोई चमत्कार नहीं बल्कि पेडों में उत्पन्न विकार के कारण होता है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जड़ों से निकलने वाले तरल द्रव्य का सेवन स्वास्थ्य के लिए अहितकर है. ऐसे में लोग इससे परहेज करें.