बिहार विधानसभा में पहली पाली की कार्यवाही हंगामे की भेंट चढ़ ग.ई प्रश्नोत्तर काल और शून्यकाल हंगामे में डूबा रहा. विपक्ष लगातार वेल में खड़ा होकर नारेबाजी करता रहा और सरकार की तरफ से होने वाले जवाब को भी ठीक तरीके से नहीं सुना जा सका. इस हंगामे के बीच विधानसभा में ना तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मौजूद रहे और ना ही नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव.
शून्यकाल की कार्यवाही शुरू हुई तो सरकार की तरफ से मंत्री श्रवण कुमार ने तेजस्वी यादव की गैर मौजूदगी पर सवाल खड़े किए. श्रवण कुमार ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष की तरफ से आज सरकार से सवाल पूछा गया था. सदन में सरकार का जवाब भी तैयार था लेकिन सवाल पूछ कर नेता प्रतिपक्ष गायब हो गए, यह बताता है कि वह सदन को लेकर कितने गंभीर हैं. श्रवण कुमार के इस बात पर आरजेडी ने भी पलटवार किया. राजद के विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि विपक्ष शराब बंदी कानून को लेकर सदन में चर्चा करना चाह रही है. हकीकत में क्या है इसे लेकर सदन में विपक्ष अपनी बात रखना चाहता है लेकिन मुख्यमंत्री सुनने को तैयार नहीं है. सदन में विपक्ष के सवालों के बीच मुख्यमंत्री की गैरमौजूदगी बेहद अफसोस जनक है.