बिहार सरकार का निशाना बन रही होम्योपैथी..
डाक्टरों ने जताया विरोध..
28 फरवरी को बंद रहेंगी होम्योपैथी की सेवाऐं..
बक्सर से कपीन्द्र किशोर..
20/2/2022
जहाँ एक ओर बिहार में पुरा पुलिस विभाग शराबबंदी को सफल बनिने के लिऐ रात दिन एक किऐ हुऐ है..वही अवैध शराब के निर्माण में स्प्रीट के साक्ष्य मिलने के बाद अब पुलिस होम्योपैथी के डाक्टरों को भी टारगेट करने लगी है…
बक्सर जिले में शराब के लिऐ स्प्रीट के ईस्तेमाल के बाद होम्योपैथी डाक्टरों को निशाना बनाया जाना सरासर गलत है..ये बातें आज बैठक के दौरान होम्योपैथी के डाक्टरों ने कही.. आज पूर्वाह्न जिलाध्यक्ष डॉ चमन कुमार की अध्यक्षता में ऑर्गेनाइजेशन फॉर होमियो मिशन की बक्सर ईकाई की एक बैठक हुई, जिसमें शंकर वर्मा को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद बिहार सरकार का शिकार बनी होमियोपैथिक चिकित्सा पद्धति की बेखौफ प्रैक्टिस तथा दवाओं की बाधारहित खरीद-बिक्री की समस्याओं पर विचार किया गया। प्रशासनिक प्रताड़ना का एकमात्र कारण शराबबंदी कानून की असफलता को होमियोपैथी के प्रचलन में छुपाने की कोशिश है और जहां कहीं शराबखोरी से मौतें होती हैं, प्रशासन वहां होमियोपैथी की कोई खाली बोतल ढूंढ़ लेती है और आदतन एक शरीफ़, अहिंसक, समतामूलक, वैज्ञानिक पद्धति को दहशत में डालने की हर कोशिश को कामयाब करने लगती है। लेकिन, सहनशीलता की भी कोई सीमा होती है।अब इसे बचाने के लिए एक संगठित आंदोलन खड़ा कर सरकार की उपेक्षापूर्ण नीतियों के खिलाफ सड़क से विधान भवन तक खुला संघर्ष करना होगा।
इसके लिए सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि आगामी 28 फरवरी को इस जलालत के खिलाफ जिले भर में होमियोपैथी के सभी सेवाकेन्द्रों को बंद रख कर विरोध दर्ज करते हुए आंदोलन का आगाज़ किया जाएगा।
बैठक में डॉ एस एन सिंह, डॉ दिलीप कुमार, डॉ बजरंग बली, डॉ नरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, डॉ जितेन्द्र कुमार, डॉ मिथिलेश दूबे, डॉ मनोज कुमार सिंह, डॉ मनोज कुमार सिन्हा सहित जिले के दर्जनों चिकित्सक उपस्थित थे।