मधुबनी बालिका गृह में आवासित 50 लड़कियों में दो बालिकाओं का चयन डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट के लिए हुआ है. दोनों बालिकाएं 29 दिसंबर को पटना एयरपोर्ट (Patna Airport) से विमान के द्वारा बेंगलुरु एकडेमी के लिए प्रस्थान करेंगी. दोनों बालिकाओं की पढ़ाई का पूरा खर्च सरकार उठाएगी.
पढ़ाई के दौरान बालिकाओं को किसी तरह की परेशानी न हो इसका खास ख्याल रखा जाएगा. जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक डॉ रश्मि वर्मा ने कहा कि ये पहली बार हुआ है जब बालिका गृह की लड़कियों पर सरकार लाखों खर्च कर होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई करा रही है. पढ़ाई पूरी करने के बाद ये लड़कियां अपनी भविष्य संवारेंगी.
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष बिन्दु भूषण ने भी इसे ऐतिहासिक फैसला बताते हुए कहा कि लड़कियां मैनेजमेंट की पढ़ाई पूरी कर अपने जीवन को खूबसूरत तरीके से संवारेंगी. बाल कल्याण समिति के सदस्यों ने बालिकाओं के उज्जवल भविष्य की कामना की है.
गौरतलब है कि चर्चित मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के बाद सूबे की सरकार ने बालिका गृह को एनजीओ (NGO) से लेकर खुद चलाने का फैसला लिया. सरकार के फैसले की अब सराहना की जा रही है और सरकार के मातहत चलने वाली बालिका गृह की भटकी लड़कियां मैनेजमेंट की पढ़ाई पूरी कर अपने जीवन को संवारेंगी और समाज की मुख्य धारा से जुड़ पाएंगी. मधुबनी बालिका गृह में कुछ वर्षों से रह रही 16-17 वर्ष की दो लड़कियों सहित सूबे से कुल 16 लड़कियों का होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई के लिए चयन हुआ है.