नौकरी देनेवाले बिहार के एक सिविल सर्जन संकट में फंस गये हैं.ये बहाली उनके गले की फांस बन गई है.मुजफ्फरपुर के सिविल सर्जन डॉ एसके चौधरी द्वारा कोरोनाकाल में बहाल सभी कर्मियों को पहले हटाने और फिर बहाल करने को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने सिविल सर्जन पर कार्रवाई शुरू कर दी है. मंत्रालय के विशेष कार्य पदाधिकारी आनंद प्रकाश ने पत्र भेजकर सिविल सर्जन डॉ एसके चौधरी को शो कॉज नोटिस दिया है और 48 घंटे में जवाब भी मांगा है.
सिविल सर्जन से पूछा गया है कि किस परिस्थिति में पहले कर्मियों को हटाया गया और फिर उन्हें काम पर रख लिया गया. इस बीच सिविल सर्जन द्वारा स्वास्थ्य कर्मियों को फिर से बहाल करने आदेश को निरस्त करते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सभी कर्मियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. इसके साथ-साथ जिलाधिकारी द्वारा गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट में जिन कर्मियों को बहाली प्रक्रिया में गड़बड़ी करने का दोषी बताया गया है उन पर भी कार्रवाई करते हुए विभाग को सूचित करने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया गया है.