पंच शिव की धरती है बक्सर… .संगमेश्वर ,वामनेश्वर,रामेश्वरन,गौरी शंकर,सिद्धेश्वर के शिव मंदिरों की है अपनी पहचान..
पंच शिव की धरती है बक्सर…
.संगमेश्वर ,वामनेश्वर,रामेश्वरन,गौरी शंकर,सिद्धेश्वर के शिव मंदिरों की है अपनी पहचान..
भव्य आरती और अलौकिक दर्शन के लिऐ उमड़ा जनसैलाब..
बक्सर से कपीन्द्र किशोर की रिपोर्ट..
2/3/2022
महाशिवरात्रि पर बक्सर जिले के मठ मंदिरों और शिवालयों में लोगों के बीच उत्साह का माहौल देखा गया ..पांच शिव वाले इस भूमि पर शिव का एक विशेष अध्यात्म है और स्वरूप भी है ..बक्सर में पंच देवों का स्थान है जहां पांच शिवालयों की स्थापना खुद देवों द्वारा की जाने की बात कही जाती है और पांचों मंदिर अपने आप में विश्व विख्यात है ..वामनेश्वर नाथ से शुरू होकर रामेश्वरनाथ गौरीशंकर महादेव संगमेश्वर नाथ एवं सीधेश्वर नाथ महादेव के मंदिरों की अपनी पौराणिक कथाएं हैं.. लेकिन इसमें रामेश्वर नाथ मंदिर की स्थापना खुद भगवान श्रीराम ने की थी जो रामरेखा घाट के गंगा तट पर स्थित है पुराण बताते हैं कि जब भगवान श्री राम मुनि विश्वामित्र से उनके आश्रम बक्सर में शिक्षा लेने आए थे तब उन्होंने इस मंदिर का निर्माण गंगा के बालु से शिवलिंग बनाकर किया था ..जिससे उनकी उंगलियों के निशान आज भी शिवलिंग पर दिखते हैं.. रामेश्वरनाथ मंदिर में शिवरात्रि के दिन रात में महाआरती का आयोजन किया गया एवं भव्य श्रृंगार के दर्शन लोगों को कराए गए जिसके लिए देर रात तक लोगों का हुजूम मंदिर परिसर में उमड़ा हुआ था हजारों की संख्या में महिला एवं पुरुष बाबा रामेश्वर नाथ के दर्शन के लिए आतुर दिख रहे थे.. वही मंदिर को भव्य तरीके से सजाकर एवं बाबा रामेश्वर नाथ का भव्य ऋंगार एवं दर्शन को आतुर दिखे .देर रात तक वहां कार्यक्रम चलता रहा और लोग हर हर महादेव जय भोलेनाथ के जयघोष लगाते रहे..