पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडे ने गांधी सेतु पर नए फोरलेन पुल निर्माण का लिया जायजा-2900 करोड़ रुपए की लागत से हो रहा है निर्माण
इंडिया सिटी लाइव 27 जनवरी : पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडे ने बताया कि पुल निर्माण का कार्य पूरा हो जाने पर उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार के बीच काफी सुगम यातायात की व्यवस्था बहाल हो जाएगी.
इस मौके पर पथ निर्माण मंत्री ने पुल निर्माण कार्य शुरू कर काम में तेजी लाए जाने को लेकर पथ निर्माण विभाग के वरीय आला अधिकारियो और कंस्ट्रक्शन कंपनी के वरीय अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया. केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृत की गई 2926 करोड़ की लागत से बनने वाले इस पुल निर्माण कार्य को 1800 करोड़ की लागत से तैयार किया जाएगा.
इस परियोजना की कुल लंबाई 14.5 किलोमीटर निर्धारित की गई है, जिसमें मुख्य पुल की लंबाई 5.6 किलोमीटर होगा. प्रस्तावित पुल में सर्विस लेन 7 मीटर चौड़ा होगा, वही पुल निर्माण का कार्य अगले 42 महीनों के अंदर पूरा कर लिए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इस प्रस्तावित पुल परियोजना की पहुंच पटना, वैशाली और सारण जिले के अंतर्गत आएगी. इस प्रस्तावित पुल परियोजना का निर्माण कार्य एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन कंपनी को सौंपी गई है.
परियोजना का सिविल कास्ट 2411 करोड़ निर्धारित किया गया है. गौरतलब है कि इस प्रस्तावित फोरलेन पुल परियोजना का शिलान्यास बीते 21 सितंबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. इस मौके पर पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडे ने बताया कि पुल निर्माण का कार्य पूरा हो जाने पर उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार के बीच काफी सुगम यातायात की व्यवस्था बहाल हो जाएगी. उनका कहना था कि पुल का निर्माण हो जाने पर व्यापारिक क्षेत्र में भी काफी तेजी आएगी, और यह आत्मनिर्भर भारत के अभियान में बिहार सरकार के लिए एक बड़ी उपलब्धि साबित होगी.
पथ निर्माण मंत्री का कहना था कि इस पुल से वैशाली, सारण और मुजफ्फरपुर जिले के निवासियों को इसका विशेष लाभ मिल सकेगा. मौके पर मौजूद पटना साहिब विधायक और भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव ने इस पुल निर्माण कार्य को बिहार पैकेज का हिस्सा बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति विशेष आभार प्रकट किया. भाजपा के वरिष्ठ नेता का कहना था कि पुल निर्माण कार्य में तेजी लाई जाएगी, ताकि इसका लाभ जल्द से जल्द लोगों को मिल सके. इस मौके पर पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव के अलावे पथ निर्माण विभाग के कई आला अधिकारी मौजूद थे.