दानापुर में दोस्ताना सफर नाम की एनजीओ ट्रांसजेंडरों के लिए काम कर रही है. प्राइड परेड में शरीक होने वाले किन्नरों ने कहा कि उन्हें भी समाज में बराबर का हक़ मिलना चाहिए. लोग इन्हें भी हिन भावना से नहीं देखें बाकि पुरुष और महिलाओं की तरह ही इन्हें भी बराबर का सम्मान मिलना चाहिए. किन्नरों का कहना है कि उनके भी समाज में भारी संख्या में ऐसे लोग हैं, जो काफी पढ़े-लिखे हैं. वे शिक्षित हैं और समाज की सेवा में लगे हुए हैं
प्राइड परेड की प्रस्तुति के क्रम में किन्नरों ने ये भी मांग रखी कि समाज उन्हें समलैंगिक विवाह करने का अधिकार दे. ताकि वे भी अपना परिवार बसा सकें. उन्होंने कहा कि दो दिलों के बीच के प्यार वास्तव में कोई रंग, उम्र, सामाजिक स्थिति और लिंग नहीं जानता है. गौरतलब हो कि बिहार प्राइड परेड की शुरुआत साल 2019 में हुई थी. इसे एलजीबीटी समुदाय के जीवन अधिकार के मुद्दों को लिया गया था.