रिश्तें शर्मसार… उजड़ गया परिवार..
पैसे के लिऐ दादा ने पोते को डुबाकर मार डाला..
बक्सर के नैनीजोर दियारें में बरामद हुआ शव…
घटना के बाद सकते में समाज…
बक्सर से कपीन्द्र किशोर की रिपोर्ट..
28/2/2022
कहते हैं कि लालच में आदमी अंधा हो जाता है उसे अच्छा और बुरा कुछ नहीं दिखता.. कुछ ऐसा ही वाकया बक्सर जिले में भी देखने को मिला जिसने लोगों की मानवता और इंसानों के बदलते आचरण पर उसने चिन्ह खड़े कर दिए …जिले में एक ऐसी घटना देखने को मिली जिसने रिश्ते नाते के बीच चल रहे सामाजिक व्यवस्था को तार-तार कर दिया और लोगों को सोचने के लिए मजबूर कर दिया कि क्या सचमुच समाज अभी भी एक बहकावे और दरिंदगी वाले रास्ते पर चल रहा है बक्सर जिले के नैनिजोर थाना क्षेत्र के सीता कुंड में रविवार की सुबह एक 3 वर्षीय मासूम की लाश मिलती है और इलाके में सनसनी फैल जाती है ..लोग बताते हैं कि भोजपुर जिले के ओझवलिया गांव निवासी एक रिश्ते में दादा लगने वाले व्यक्ति ने अपने ही नाती को डूबा कर मार डाला.. इसकी जानकारी तब हुई जब परिजनों की सूचना पर पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की इस हत्या से जुड़े परिजन भोजपुर जिले के शाहपुर थाना के ओझवलिया गांव के निवासी है तथा घटनास्थल बक्सर जिले में है ..मृतक की पहचान ओझवलिया गांव निवासी कृष्ण केसरी के 3 वर्षीय पुत्र अंश कुमार के रूप में की गई बताया गया कि पीड़ित के पिता श्री कृष्णा केसरी के पिता तीन भाई थे ..जिससे उनका परिवारिक बंटवारा भी हो चुका है.. मृतक के दादा उसके पिता से हमेशा पैसे मांगते रहते थे और वह दे भी देते थे लेकिन बिती शनिवार को उन्होंने पैसे देने से मना कर दिया.. जिसके बाद यह घटना हो गई अब इसे मानसिक दिवालियापन कहें या सामाजिक रिश्तो और मर्यादा की बदलती कहानी कि दादा ने अपने ही पोते को ले जाकर गड्ढे में डूबा दिया और उसकी जान ले ली घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई.. और लोग कई तरह की बातें करने लगे लोग बताते हैं कि दादा अपने पोते को घुमाने के बहाने बक्सर जिले के सीता कुंड दियारे के तरफ ले आया और उसे पानी में डूबा कर मार दिया बहुत देर बीत जाने के बाद भी जब मृतक किशोर घर नहीं पहुंचा तो घर वालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी दादा को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की जिसके बाद आरोपी दादा ने स्वीकार किया कि नैनिजोर के जंगली बाबा शिव मंदिर के समीप सीता कुंड के भागढ़ में मासूम को डूबा कर मार डाला गया है ..जिसके बाद घर में कोहराम मच गया ऐसे में अब सवाल उठने सच में जायज हैं कि क्या बदलते समाज में रिश्तो की रूपरेखा ऐसे घटनाओं से कितनी सुदृढ़ हो पाएगी और हमारा समाज कहां जाएगा..