प्रेम के नाम पर हवस का खेल पांच माह से न्याय के लिए भटक रही थी पीड़िता.. शादी का झांसा देकर जाल में फंसाया..
प्रेम के नाम पर हवस का खेल
पांच माह से न्याय के लिए भटक रही थी पीड़िता..
शादी का झांसा देकर जाल में फंसाया..
पुलिस पर लग रहा लापरवाही का आरोप..
बक्सर सदर : कपिंद्र किशोर के साथ संदीप वर्मा की रिपोर्ट।
06/03/2022
अक्सर महिलाओं के उत्थान की बात की जाती हैं और उनके हक़ की बात की जाती हैं। महिलाओं को लेकर बड़े-बड़े वादे भी की जाती हैं और उन वादों के दम पर चुनाव भी जीता जाता है। मामला हैं जिले के सिमरी थाना क्षेत्र एक युवती का जिन्होंने आरपीएफ के एक जवान पर शादी का झांसा देकर यौन शोषण किए जाने का आरोप लगाया है। उसने इस साजिश में उसके परिवार वालों को भी शामिल बताया है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि मामले में प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए पहले उन्हें जहां पुलिस थाने के काफी चक्कर काटने पड़े वहीं उनसे इस एवज में रुपये भी मांगे गए हालांकि, बाद में एसपी नीरज कुमार सिंह के निर्देश पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई लेकिन, मामले में पांच माह गुजरने के बाद भी पुलिस बेहद धीमी गति से कार्य कर रही है। युवती ने यह भी बताया कि वह मामले को लेकर तकरीबन एक हफ्ते पूर्व डीजीपी के यहां भी गई थी जहां से उन्हें यह कहा गया कि उन्हें न्याय मिलेगा लेकिन, एक हफ्ते बीत जाने के बावजूद अब तक उनके मामले में किसी प्रकार की कोई पहल नहीं की गई।
पीड़ित युवती ने बताया कि उनके गांव की निवासी उनकी सहेली की शादी भोजपुर जिले के कारनामेपुर में हुई थी। वहां से अपने मायके लौटने के बाद हुई मुलाकात में सहेली ने युवती से कहा कि वह अपने देवर रंजीत कुमार मिश्रा (जो कि आरपीएफ में कार्यरत हैं) से उसकी शादी करा देगी। इस बात को लेकर उसने युवती के माता-पिता से भी बात की और कहा कि नवंबर 2021 में शादी हो जाएगी।
इसी बीच युवती की सहेली फोन से उसे अपने देवर से बात कराने लगी। उसके बाद उसने उसे बहला-फुसलाकर उसे 5 जून 21 को जिला मुख्यालय स्थित के एक होटल में बुलाया जहां उनके साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए, साथ ही यह कहा कि शादी तय है, ऐसे में युवती को चिंता करने की आवश्यकता नहीं। इसी दौरान आरोपी रंजीत मिश्रा ने उन्हें आंध्र प्रदेश के नेल्लोर के कांवली में (जहां वह नौकरी करता है) वहां घुमाने के बहाने ले जाने की बात उनके परिजनों से कही और जुलाई में ट्रेन में रिजर्वेशन करा कर ले गया। जहां उसने युवती को ना सिर्फ पत्नी की तरफ अपने साथ रखा बल्कि उसके साथ तकरीबन 15 दिनों तक शारीरिक संबंध भी बनाए। बाद में उसे वापस लाकर आरा स्थित अपने भाई लक्ष्मण मिश्रा एवं भाभी के यहां छोड़ गया। बाद में आरपीएफ जवान के भाई और भाभी के द्वारा उसे उसके गांव पहुंचा दिया गया बाद में जब पीड़िता तथा उसके परिजनों के द्वारा आरोपी पर शादी का दबाव बनाया गया तो पहले तो उसने 15 लाख रुपयों की मांग की फिर साफ तौर पर इनकार कर दिया.