इंडिया सिटी लाइव(पटना)इंडिगो के पटना स्टेशन मैनेजर रूपेश कुमार सिंह की हत्या के 48 घंटे बीत जाने के बाद भी हत्यारे पकड़ से दूर हैं।हालाकि पुलिस का दावा है कि इस हत्याकांड से जुड़े कई अहम सुराग पुलिस के हाथ लगे हैं। रूपेश कुमार की हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस की नजर पटना के पेशेवेर अपराधियों पर है। पुराने और नए पेशेवर अपराधियों का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। जो जेल से बाहर हैं उन्हें कभी भी पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है। हत्याकांड को सुलझाने के लिए पुलिस ने पूरी ताकत झोंक दी है। जांच में एसआइटी के अलावा तीन जिलों की पुलिस जुटी हुई है। बिहार के कई जिलों में ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है।
सूत्रों की मानें तो इस हत्याकांड के तार पूर्वांचल के गाजीपुर से जुड़ते दिख रहे हैं। दरअसल, पुलिस ने घटनास्थल व उसके आसपास के इलाके के मोबाइल फोन का डंप डाटा निकाला गया है, जिसमें दो नंबर गाजीपुर और बेगूसराय के मिले हैं। माना जा रहा है कि दोनों नंबर शॉर्प शूटरों के हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस की टीम जल्द ही गाजीपुर व बेगूसराय भी जांच के लिए जाएगी.जांच के दौरान एसआइटी ने गुरुवार को पटना पुनाईचक इलाके से दो युवकों को उठाया है।सूत्रों के अनुसार, दोनों के चेहरे सीसीटीवी कैमरे में दिखे युवकों से मिलते-जुलते हैं। इससे पहले बुधवार को एसआइटी ने बिहटा से तीन युवकों को हिरासत में लिया था।
गौरतलब है कि एसआईटी और एसटीएफ की स्पेशल इंटेलिजेंस ग्रुप डंप डाटा को खांगलने में जुटी है। घटनास्थल (पुनाईचक) के साथ ही एयरपोर्ट तक के रूट के कई मोबाइल टावरों का डंप डाटा निकाला गया है। डंप डाटा के जरिए वैसे मोबाइल नम्बर की तलाश की जा रही है, जो एयरपोर्ट से लेकर पुनाईचक तक रूपेश के आने के वक्त एक्टिव थे। इस काम में कई विशेषज्ञ पुलिसवालों को लगाया गया है।
सूत्रों की माने तो हत्या की वजह क्या है, इसे जानने के लिए कई एंगल पर काम हो रहा है। संपत्ति, सर्किल और एयरपोर्ट समेत तमाम संभावित वजहों की जांच चल रही है। बताया जा रहा है कि रूपेश के करीबियों की भी सूची तैयार की जा रही है।
उधर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुलिस को सख्त निर्देश दिए हैं। सीएम ने पटना पुलिस को अल्टीमेटम दिया है कि जितनी जल्दी हो सके अपराधियों को गिरफ्तार किया दजाए।अब तक एसआइटी मृत रूपेश कुमार सिंह के परिजनों, कार्यालय सहयोगियों समेत 82 लोगों से पूछताछ कर चुकी है.रूपेश कुमार सिंह की हत्या में अब तक छह अपराधियों के शामिल होने के संकेत पुलिस को जांच के दौरान मिले हैं.
सूत्रों के अनुसार, दो अपराधी रूपेश का एयरपोर्ट से पीछा करते हुए पुनाईचक तक आये. दो अपराधी बलदेव चौक के पास थे और दो उनके अपार्टमेंट के आसपास मंडरा रहे थे. ये सभी अपराधी एक-दूसरे से मोबाइल फोन से जुड़े थे और रूपेश के संबंध में सूचनाएं एक-दूसरे को दे रहे थे.
कहा तो यह जा रहा है कि पुलिस अभी अंधेरे में तीर मार रही है। रूपेश कुमार सिंह हत्याकांड में पुलिस के पास कोई स्पस्ट थ्योरी नहीं है।एडीजी (मुख्यालय) जीतेंद्र कुमार ने बताया कि अभी घटना के खुलासे के बारे में स्पस्ट तौर पर कुभ भी नहीं कहा जा सकता।जानकारी के अनुसार गुरुवार को भी पुलिस मुख्यालय स्तर से हत्याकांड में अब तक की गई कार्रवाई के पल-पल की रिपोर्ट ली गई। डीजीपी अपने स्तर से पुलिसिया कार्रवाई पर नजर बनाये रहे। पुलिस मुख्यालय पटना रेंज के आइजी से रिपोर्ट ले रहा है।