इंडिया सिटी लाइव(पटना): इंडिगो के पटना एयरपोर्ट स्टेशन मैनेजर रूपेश कुमार सिंह हत्यकांड की जांच कर रही एसआईटी के हाथ अब भी खाली हैं। घटना के लगभग 48 घंटे होने को हैं लेकिन अब तक पुलिस अपराधियों की पहचान नहीं कर पाई है. पुलिस ने पिछले 40 घंटे में तकरीबन 4 दर्जन ऐसे लोगों से पूछताछ की है जो रुपेश के संपर्क में रहे हैं. रुपेश के संपर्क में रहने वाले पटना एयरपोर्ट के अधिकारियों कर्मचारियों और उनके दोस्तों परिवार वालों के साथ साथ अन्य लोगों से पूछताछ की गई है. पुलिस लगातार इस पूछताछ के जरिए पता लगाने में जुटी हुई है कि आखिर रूपेश की किस से इतनी दुश्मनी हो गई कि उनकी हत्या कर दी गई.
हैरानी की बात है कि पुलिस जब रूपेश सिंह के अपार्टमेंट में जांच के लिए पहुंची तो वहां लगे सबी सीसीटीवी कैमरे बंद प़ड़े मिल। पटना पुलिस एक एक सुराग खंगालने में जुटी है। इसी सिलसिले में पटना एयरपोर्ट से लेकर पुनाइचाक स्थित रुपेश के घर के बीच तकरीबन 5 दर्जन ऐसे सीसीटीवी कैमरे पुलिस की नजर में आए हैं जिनमें अपराधियों की गतिविधि कैमरे में कैद हो सकती है। इन दर्जनों सीसीटीवी कैमरे का फुटेज खंगाला जा रहा है।बताया जा रहा है कि इन फूटेज में कुछ बाईक सवारों की गतिविधियां संदिग्ध दिख रही है।पुलिस इसके तार हत्याकांड से जोड़ने की कोसिश कर रही है। सूत्रों की मानें तो एसआईटी ने इंडिगो में काम करने वाले जिन अधिकारियों और कर्मियों से पूछताछ की है उनसे भी कई महत्वपूर्ण जानकारियां सामने मिली है. एयरपोर्ट पर काम करने वाले दूसरे एविएशन कंपनियों के भी स्टाफ से पुलिस ने पूछताछ की है.
एसआईटी ने जिन लोगों से पूछताछ की है उसके आधार पर यह माना जा रहा है कि रूपेश सिह का अपनी नौकरी के अलावा दूसरी गतिविधियां भी थीं। कहा तो यह जा रहा है कि रूपेश सिंह के भाई ठेकेदारी करते हैं मामला टेकेदारी से जुड़ा भी हो सकता है।पुलिस सूत्रों की मानें तो रुपेश के भाई ठेकेदारी करते थे उनके इस काम में रूपेश की जान पहचान बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था. पुलिस इस बिंदु की भी जांच कर रही है कि क्या ठेकेदारी को लेकर रुपेश की हत्या हुई. टेंडर मैनेज करने को लेकर पैसे के लेनदेन के विवाद सहित अन्य बिंदुओं की तफ्तीश भी एसआईटी कर रही है।