शेल्टर होम मामले को लेकर मुख्यमंत्री के खिलाफ आक्रोश
पटना—पटना के गायघाट स्थित शेल्टर होम में लड़कियों पर हो रहे कुकृत्य के खिलाफ शनिवार को पटना के भगत सिंह चौक पर महिला संगठन एआईएमएसएस, छात्र संगठन एआईडीएसओ एवं युवा संगठन एआईडीवाईओ की ओर से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला फूंका गया। प्रदर्शन में शामिल लोगों ने सरकार विरोधी नारे लगाये।
पुतला दहन के बाद एक सभा की गई। सभा को संबोधित करते हुए एआईएमएसएस के बिहार राज्य प्रभारी अनामिका कुमारी ने कहा कि गायघाट की बालिका गृह बिहार सरकार के करोड़ों रुपए खर्च पर संचालित होता है। लेकिन उस बालिका गृह में न तो बच्चियों के लिए पढ़ाई लिखाई का इंतजाम है, न ही इलाज हेतु कोई व्यवस्था है। किसी तरह की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। एक सप्ताह पहले उस बालिका गृह में बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई, लेकिन अब तक एफ आई आर दर्ज नहीं हुआ और पीड़िता को डीएम, एसपी और थाने में भटकना पड़ना साथ ही पीड़िता को समाज कल्याण विभाग ने क्लीन चिट दे दिया। पीड़िता को बदचलन कह कर मामले को टाल दिया गया। लेकिन पटना हाईकोर्ट ने स्वत संज्ञान लिया और बिहार सरकार को तलब किया। इस घटना ने सभी को शर्मसार किया है। सभी वक्ताओं ने कहा कि बालिका गृह सहित समाज के हर क्षेत्र में महिलाओं पर अपराध तीव्र गति से बढ़ रहा है। इसके खिलाफ संघर्ष तेज करना होगा और इस संघर्ष में महिलाओं को भी आगे आना होगा।वक्ताओं ने घटना की संपूर्ण जांच,पीड़िता को न्याय देने,बालिका गृह की अधीक्षक वंदना गुप्ता को अविलंब बर्खास्त करने, कांड में संलिप्त तमाम अधिकारियों, नेताओं को कठोर सजा देने की मांग की है।