इंडिया सिटी लाइव(पटना)28दिसम्बर- बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम एवं राज्यसभा सांसद सुशील मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दोस्ती के बारे में हर कोई जानता है। सुशील मोदी ने नीतीश कुमार के साथ दोस्ती निभाते हुए फिर एक बड़ी बात कही है। सुशील मोदी ने कहा है कि नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला बीजेपी और एनडीए के घटक दलों के नेताओं का था। असल में रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान कहा था कि उन्हें सीएम बनने की इच्छा नहीं थी। सीएम बनने के लिए उनपर बीजेपी के नेताओं ने दबाव बनाया।
सुशील मोदी ने भी इस बात की पुष्टि की है और कहा कि 17वीं विधानसभा के चुनाव परिणाम आने के बाद नीतीश मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते थे, लेकिन हम लोगों ने नीतीश कुमार के विजन पर चुनाव लड़ा। अंत में सभी सहयोगी दलों की राय से नीतीश कुमार को बिहार की कमान सौंपी गई। सुशील मोदी ने कहा कि बिहार में एनडीए का गठबंधन मजबूत है, यहां सरकार पांच साल तक अपना कार्यकाल पूरा करेगी।
पत्रकारों के एक सवाल का जवाब देते हुए सुशील मोदी ने कहा कि बिहार में जदयू और बीजेपी के बीच मनमुटाव की अटकलें लगाई जा रही हैं वे बेमानी है। बिहार में दोनों दलों में कोई मन मुटाव नहीं है और य सरकार अपने पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी। आरसीपी सिंह को जेडीयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने जाने को लेकर राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने कहा कि उनके आने से पार्टी के नेतृत्व को मजबूती मिलेगी।