*वित्त विशेषज्ञ डॉ रमन बल्लव ने आईएसएम के छात्रों को पूंजी निवेश की विश्लेश्नाताम्क जानकारी दी*
आईएसएम पटना (19 सितंबर, 2022): प्रख्यात अर्थशास्त्री, निदेशक, प्रोफेसर, (डॉ) आर के सिंह के मार्गदर्शन में, इंटरनेशनल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट पटना ने सोमवार, 19 सितंबर 2022 को इंडियन सोसाइटी में राष्ट्रीय प्रशिक्षण और विकास परिषद के सदस्य, वित्त विशेषज्ञ, डॉ रमन बल्लव का एक रोचक पूंजी निवेश सत्र का आयोजन किया। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के सहयोग से इस सत्र का आयोजन आई एस एम के मार्केटिंग के डोमेन लीडर ऑफ, सहायक प्रोफेसर, श्री नयन रंजन सिन्हा द्वारा किया गया। सत्र का परिचय देते हुए संयोजक ने कहा, “इस सत्र को दो प्रमुख उद्देश्यों के लिए बुलाया गया है: पहला प्रतिभागियों को निवेश की आदत से अवगत कराना तथा मूल्य वर्धित विषय के रूप में पाठ्यक्रम में पूंजी निवेश को शामिल करना।”
सभी शिक्षकों, गैर-शिक्षण कर्मचारियों और छात्रों ने सत्र में भाग लिया और उन्हें पूंजी निवेश, व्यय बजट, बीमा और म्यूचुअल फंड निवेश वित्तीय संस्थानों में निवेश के बीच अंतर, बैंकों द्वारा ग्राहकों को दिए जाने वाले कई वित्तीय लाभों के बारे में जागरूकता के बारे में जानकारी दी गई। फाइनेंस के डोमेन लीडर, श्रीमति शिल्पी कविता और आईटी प्रशिक्षक, श्री सुजीत कुमार शर्मा के सवालों के बचत की अल्प राशि से निवेश के तरीकों पर उठाए गए सवालों के जवाब देते हुए, डॉ बल्लव ने कहा, “सबसे पहले, एक मध्यमवर्गीय परिवार को अपने अल्पकालिक, मध्य-अवधि और दीर्घकालिक व्यय का विश्लेषण करना चाहिए। दूसरा, उसे अपनी कमाई का एक छोटा सा हिस्सा भी ऐसे स्थान पर निवेश करने के लिए अलग रखना चाहिए जो सुरक्षित और कम कराधान वाला डोमेन हो। तीसरा, शॉर्ट टर्म, मिड टर्म और लॉन्ग टर्म म्यूचुअल फंड इनवेस्टमेंट का विश्लेषण और रिसर्च करने के लिए कुछ समय निकालने की आदत डालने की जरूरत है । उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि परम्परागत पाठ्यक्रम से इतर बीबीए, बीसीए, बीजेएमसी और बीकॉम प्रोफेशनल पाठ्यक्रम में पूंजी निवेश को शामिल किये जाने की आवश्यकता है क्योंकि यह क्षेत्र उन्हें विभिन्न प्रकार के अंतःविषयक जॉब के अवसर भी प्रदान करता है। भविष्य की आवश्यकताओं की पूर्ती के लिए समाज में पूंजी निवेश के प्रति लोगों को जागरूक होना वर्त्तमान समय की मांग है।