उत्तराखंड के पिथोरागढ़ में धरती हिल गई. झटकों का केंद्र पिथोरागढ़ से लगभग 48 किमी दूर था, और भूकंप कितने शक्तिशाली हैं, इसके पैमाने पर इसे 4 मापा गया। उत्तराखंड में आज फिर भूकंप से धरती हिली. भूकंप के झटके पिथौरागढ़ नामक स्थान पर महसूस किए गए और इससे सभी लोग काफी डर गए। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.0 मापी गई, जो यह मापने का एक तरीका है कि भूकंप कितना शक्तिशाली है। सौभाग्य से, लोगों के हताहत होने या चीज़ों के क्षतिग्रस्त होने की कोई रिपोर्ट नहीं है। यह अच्छी खबर है।
पिछले कुछ दिनों में इस इलाके में कई भूकंप आए हैं, जिससे लोग चिंतित हैं. पिथौरागढ़ में आया भूकंप ज्यादा तेज नहीं था, भूकंप मापने वाले पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.0 मापी गई. यह पिथोरागढ़ से 48 किलोमीटर दूर हुआ और जमीन के अंदर ज्यादा गहराई में नहीं, सिर्फ 5 किलोमीटर दूर था। जब लोगों को भूकंप के झटके महसूस हुए तो वे डर गए और अपने घरों से बाहर निकल आए. इससे बहुत भ्रम और अराजकता फैल गई.
इससे पहले 5 अक्टूबर को उत्तराखंड के उत्तरकाशी में भूकंप आया था. यह सुबह-सुबह आया था जब लोग सो रहे थे. भूकंप की तीव्रता 3.2 थी. हाल ही में उस इलाके में काफी भूकंप आए हैं जिससे वैज्ञानिक चिंतित हैं. रविवार को दिल्ली और आसपास के इलाकों में लोगों को जमीन में कंपन महसूस हुआ. इससे पहले रविवार शाम को दिल्ली एनसीआर में धरती हिली. भूकंप फ़रीदाबाद में आया और ज़मीन से क़रीब 10 किलोमीटर नीचे था. यह ज़्यादा तेज़ नहीं था, रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.1 मापी गई। फ़रीदाबाद में ऊंची-ऊंची इमारतें हैं,
इसलिए जब ज़मीन हिली तो वहां के लोग बुरी तरह डर गए. उत्तराखंड एक ऐसी जगह है जहां भूकंप का सबसे ज्यादा खतरा रहता है. यह जोन-4 और जोन-5 में है यानी ऐसे क्षेत्र में है जहां भूकंप आने की संभावना ज्यादा है. उत्तराखंड में लोगों को सावधान रहने और अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है क्योंकि यह भूकंप के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है।
ANJALI KUMARI
16-10-2023